चाईबासा : मंझारी थाना अंतर्गत रंकुई जंगल के पास करंट लगने से एक हाथी की मौत हो गई। करंट के झूलते तार की चपेट में हांथी आ गया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों ने इसे वन विभाग और बिजली विभाग की लापरवाही करार दिया है। स्थानीय लोगों की माने तो जांगीबुरु घाटी के ऊपर रंकुई गांव के पास हाथी के आने-जाने का कोरिडोर है। हमेशा उसी रास्ते से हाथियों का झुंड आना-जाना करता है। इसके बावजूद न वन विभाग की टीम को नीचे झूल रहे बिजली की तार की फिक्र हुई और ना ही बिजली विभाग को ठीक करने की जरूरत महसूस हुई। परिणामस्वरूप एक हाथी उसकी चपेट में आ गया जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार रात करीब 12 से 1 बजे के बीच बिजली की लाइट गांव में कटी थी। अनुमान लगाया जा रहा है कि उसी दौरान हाथी नीचे झूल रहे बिजली की तार के चपेट में आया होगा। उसी के वजह से गांव का भी लाइट कट गया। सुबह जब ग्रामीण देखें तो एक हाथी मरा पड़ा हुआ था। समाचार लिखे जाने तक न ही वन विभाग और न बिजली विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची थी। पिछले 6 माह में पश्चिम सिंहभूम जिला में 5 हाथियों की मौत हो चुकी है। उसमें से दो हाथी बिजली की चपेट में आने से मरे हैं। जबकि एक ट्रेन की चपेट में और दो बच्चा हाथियों के झुंड में कुचलने की वजह से मौत हुई है। इस घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है।