जमशेदपुर।
मानगो नगर निगम कार्यालय के समक्ष चलाए जा रहे आंदोलन में काशीडीह दुर्गापूजा समिति के संरक्षक अभय सिंह भी सोमवार को शामिल हुए. उन्होंने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह दुर्गा पूजा का आयोजन विगत 1964 वर्ष से हो रहा है. यह यहां के भावनात्मक हिंदुओं का मामला है, जिसे सरकार कुचलना चाहती है. गांधी मैदान में स्टेडियम बनाकर जान बूझकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता अल्पसंख्यक समुदाय को खुश करना चाहते हैं और हिंदुओं की भावनाओं को कुत्सित कुचलने का प्रयास कर रहे है, जो आशनीय ही नहीं बल्कि घातक है, जो विकास हिंदूओ के भावनाओ को कुचले वह विकास की रेखा को हिंदू समाज बर्दाश्त नहीं करेगा.
इस प्रकार के विकास को किसी भी कीमत में समझौता करने को तैयार नहीं हैं.विकास के नाम पर अगर हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ होता है तो पूरा जमशेदपुर का हिंदू एकत्रीकरण कर इसका मुंहतोड़ जवाब देगा.
यह लड़ाई और यह संघर्ष हिंदुओं के आस्था के सवाल है, जिसे किसी भी कीमत पर समझौता नहीं किया जा सकता. आजादनगर बसने से पहले यह गांधी मैदान था, जो यहां के हिंदुओं ने अपने बच्चों के लिए, परिवार के लिए, आने वाली पीढ़ियों के लिए इतना बड़ा मैदान को बचा करके रखा. आज उसी मैदान में हिंदुओं का हक नहीं, यह कैसे हो सकता है.
अगर दुर्गा पूजा समिति के भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया तो विवश होकर जमशेदपुर के सारे रामनवमी, दुर्गा पूजा, काली पूजा समिति बैठकर निर्णय करेंगे और वह आंदोलन का रूप कड़ा और मजबूत संघर्ष होगा. अभय सिंह ने कहा कि रावण पंडित था परंतु आदमी था, जिसे राम ने मार गिराया. उसी प्रकार अगर सत्ता में बैठे लोग हिंदुओं को कमजोर समझेंगे तो उसी विश्वास के साथ उनकी राजनीति का अंत करना हिंदुओं का मकसद होगा.
उन्होंने जिला प्रशासन और सरकार से मांग की, कि स्टेडियम का निर्माण नगर के अंदर में और भी कहीं कर ले, लेकिन गांधी मैदान में जहां मेला लगेगा. पंडाल बनेगा वहां किसी भी प्रकार का स्टेडियम का निर्माण ना करें अन्यथा हम सभी लोग किसी भी कीमत पर इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.