सरायकेला : हादसे के बाद सड़क पर ही मलवा को छोड़ देना कितना घातक साबित हो सकता है. इसका उदाहरण शुक्रवार की देर रात देखने को मिला. बीती रात तेज रफ्तार एक अन्य ट्रेलर मलवा से टकरा गई. घटना में चालक गंभीर रूप से घायल हो गया.
सिर्फ सरायकेला-टाटा सड़क ही नहीं बल्कि जिले के अन्य सभी सड़कों पर रफ्तार का कहर जारी है. तेज रफ्तार वाहनों से प्रतिदिन दर्जनों दुर्घटनाएं हो रही है. आंकड़ों के अनुसार सरायकेला-खरसावां जिले में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में पहले से वृद्धि हुई है. पूरे राज्य में सरायकेला-खरसावां जिला सड़क दुर्घटनाओं के मामले में तीसरे स्थान पर है.
जागरुकता अभियान का प्रभाव नहीं
जिले में नशा कर वाहन चलाने वाले चालकों की संख्या में वृद्धि हो रही है. जिला पुलिस प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रही है. जबकि नशापन को रोकने के लिए जिला पुलिस प्रशासन की ओर से हाल ही में व्यापक स्तर पर एक माह तक जागरूकता अभियान चलाया गया था.