आदित्यपुर : एससी-एसटी-ओबीसी समन्वय समिति की ओर से अंबेडकर जयंती पर शुक्रवार को अधिकार यात्रा निकाली गई और बाबा साहेब को श्रद्धांजलि दी गई. आदित्यपुर में एससी-एसटी-ओबीसी समन्वय समिति ने डॉ भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती पर रोड नंबर 4 स्थित गायत्री स्कूल परिसर से विशाल अधिकार यात्रा निकाल कर जागृति मैदान स्थित बाबा साहेब के प्रतिमा पर फूल माला चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस अधिकार यात्रा में हजारों की संख्या में महिला पुरुष शामिल थे. अधिकार यात्रा में घोड़ा गाड़ी सजा रथ, बैंड बाजे के साथ लोग चल रहे थे. यात्रा अम्बेडकर चौक पहुंचकर झंडोतोलन किया. मंच पर नगर पर्षद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह, महिला नेत्री श्रीमती शारदा देवी, पूर्व डीएसपी सरयू पासवान, सरायकेला बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अधिवक्ता ओम प्रकाश, रजक समाज के अध्यक्ष दुर्गाराम बैठा, चौरसिया समाज के अध्यक्ष मनोज चौरसिया, डॉ रंजनी भूषण, आदिवासी समन्वय समिति के खिरोड सरदार मुखी, उपेंद्र रजक, रामानंद प्रसाद, मुखी समाज के सुरेश मुखी, यादव समन्वय समिति के एसएन यादव, नाई जागृति संघ के रामजी शर्मा आदि मंच पर थे.
आर्ट गैलरी का उद्घाटन
अतिथियों ने आर्ट गैलरी का उद्घाटन कियाl. ततपश्चात दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि पूरे देश के एसटी एससी ओबीसी एवं सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए निजी क्षेत्रों में आरक्षण लागू किए जाएं एवं इस मांग को लेकर संघर्ष तेज करना चाहिए. उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना कराकर जिसकी जितनी आबादी उसकी उतनी हिस्सेदारी के तर्ज पर सरकारी, निजी एवं शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण लागू किया जाए. उन्होंने कहा कि नगर निकाय एवं पंचायतों के तर्ज पर लोकसभा एवं विधानसभा में भी महिलाओं के लिए 50% सीटें आरक्षित की जाए. साथ ही महिलाओं के लिए आरक्षित 50% सीटों में आबादी के आधार पर एसटी एससी ओबीसी एवं सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए सीटें आरक्षित की जाए. उन्होंने कहा कि सरकारी ठेकों, दवा दुकान के लाइसेंस सहित अन्य प्रॉफिट वाले क्षेत्रों में एसटी एससी ओबीसी एवं सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए. उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में भी मजबूती के साथ आरक्षण को लागू किए जाने की मांग की. शारदा देवी ने कहा कि अब भी डॉ भीमराव अंबेडकर का सपना अधूरा है. अधिवक्ता ओम प्रकाश ने कहा कि बाबा साहेब के संविधान को अब भी जन जन तक पहुंचाने की व्यवस्था होनी चाहिए.
ये थे मौजूद
कार्यक्रम में पार्षद पांडी मुखी, खिरोड सरदार, रामानंद प्रसाद, मनोज पासवान, अधिवक्ता ओम प्रकाश, उमाशंकर राम, रामजी शर्मा, रामाशीष यादव, शैलेन्द्र फौजी, इंजीनियर अशोक कुमार, अनिल कुमार, सुशील मंडल, देव प्रकाश देवता, छोटेलाल पासवान, रंजीत दास, अर्जुन कुमार, संतोष पासवान, नीतीश कुमार, रविशंकर पासवान, चुन्नू पासवान, अनिल मुखी, अजित कुमार साह, राज रजक, विजय कुमार बैठा, रोशन पासवान, अधिवक्ता संजय कुमार, सविता साव, मिसर वंसरियार, संगीता प्रधान, रघुनाथ प्रसाद आदि शामिल थे.