आदित्यपुर :झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर और गम्हरिया ईलाके में तेंदुआ पिछले 7 दिनों से ईलाके में ही भ्रमण कर रहा है. बावजूद वन विभाग को तेंदुआ हाथ तक नहीं आया है. 7 दिनों से वन विभाग की ओर से रेस्क्यू टीम लगाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन तेंदुआ उनके हाथ नहीं आ रहा है.
तेंदुआ को लेकर आदित्यपुर और गम्हरिया के लोग पूछ रहे हैं कि आखिर वन विभाग क्या कर रही है. वन विभाग के पास क्या कोई तरकीब नहीं है. स्थानीय लोगों को तेंदुआ के आतंक से कब निजात मिलेगी.
गतिविधियां होने पर कुत्ता-बिल्ली बता पल्ला झाड़ लेती है वन विभाग
जब तेंदुआ से संबंधित किसी तरह की गतिविधियां सामने आती है जब वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने पर उनका स्पष्ट जवाब होता है कि कुत्ता या बिल्ली होगी. तेंदुआ के निशान नहीं है.
आखिर कब मिलेगी निजात
लोग पूछ रहे हैं कि आखिर तेंदुआ से कब निजात मिलेगी. कब लोग चैन की सांस ले सकेंगे. खासकर परिवार के लोग बच्चों को लेकर ज्यादा ही चिंतित हैं. गम्हरिया में तो कुल 5 निजी स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है. इसमें केरला पब्लिक स्कूल, वाणी विद्या मंदिर स्कूल भी शामिल है. आखिर बच्चों की जवाबदेही कौन लेगा.
आरएसबी प्लांट से आया था सीसीटीवी फुटेज सामने
तेंदुआ के आतंक की जानकारी आदित्यपुर आरएसपी प्लांट से सबसे पहले मिली थी. 17 मार्च को तेंदुआ का सीसीटीवी फुटेज सामने आया था. इसके बाद से ही लोग सिहरे हुए हैं. वे भय और दहशत में जी रहे हैं. लोग घरों से निकलने से भी संकोच कर रहे हैं. कहीं तेंदुआ का सामना न हो जाए.
अब ट्रेंकुलाइजर स्पेशलिस्ट को लगाया
आखिर छह दिनों के बाद वन विभाग का अमला सक्रिय हुआ और पलामू टाइगर रिजर्व के 10 सदस्यीय टीम को लगाया गया है. ये ट्रेंकुलाइजर स्पेशलिस्ट हैं. तेंदुआ के दिखने पर बंदूक से ही इंजेक्शन मारकर बेहोश करने का काम करेंगे. इसमें दो बायोलॉजिस्ट भी शामिल हैं. इनका क्षेत्र आदित्यपुर और गम्हरिया है.