आदित्यपुर : औद्योगिक में स्थित स्टार्टअप रोसा टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड ने ऑटोमेशन और रोबोटिक्स के क्षेत्र में अपनी सशक्त पहचान स्थापित कर ली है. कंपनी की स्थापना दिसंबर 2019 में रोहित आनंद और साकेत आनंद द्वारा की गई थी. भारी उद्योगों और रक्षा क्षेत्र के लिए तकनीकी समाधान प्रदान करती है. कोविड-19 महामारी के दौरान रोसा टेक्नोलॉजी ने एस्ट्रा नामक रोबोट विकसित किया था जो 100 किलोग्राम तक का भार उठाने और मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए नियंत्रित होने में सक्षम था. लॉकडाउन के कठिन समय में यह रोबोट आवश्यक सेवाओं को सुनिश्चित करने में अत्यधिक सहायक साबित हुआ.
नया रोबोट “टोरस” का निर्माण
कंपनी ने अब टोरस नामक स्वायत्त स्मार्ट रोबोट विकसित किया है, जो थकाऊ और जोखिम भरे कार्यों में मानवों की भागीदारी को कम करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह रोबोट विभिन्न प्रकार के पेलोड ले जाने की क्षमता रखता है और 90% से अधिक डिजाइन एवं निर्माण इन-हाउस संसाधनों के साथ किया गया है. इस परियोजना में NVIDIA, Ansys, Autodesk, Microsoft और ST Microelectronics जैसे वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध कंपनियों के साथ-साथ भारत सरकार का समर्थन भी शामिल है.
आत्मनिर्भरता को बढ़ावा
रोसा टेक्नोलॉजी के ग्राहक प्रमुख रूप से स्टील, माइनिंग, ऑटोमोबाइल और रक्षा क्षेत्र से हैं. कंपनी का उद्देश्य ‘मेक इन इंडिया’ पहल को प्रोत्साहित करते हुए भारत में तकनीकी नवाचार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है. टोरस जैसे रोबोट श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए संचालन की दक्षता को बढ़ाते हैं. यह रोबोट श्रमिकों को जटिल और रणनीतिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का अवसर प्रदान करता है. इससे उत्पादकता में सुधार होता है. रोसा टेक्नोलॉजी ने जमशेदपुर को तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में एक नई पहचान दी है. आने वाले सप्ताह में टोरस रोबोट की पहली डिलीवरी की जाएगी.
टीम में ये हैं शामिल
टीम में अमन सिंह, सुरज कुमार, तुहिन आचार्य, आयुष कुमार, विनीत गोहिल, अंकित सिंह, धनंजय कुमार, शिवम केशरी शामिल हैं.