आदित्यपुर ।
आदित्यपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 35 की राजनीतिक माहौल गरमा गया है. वार्ड विकास केन्द्र के निर्माण को लेकर स्थानीय पार्षद प्रभाषिनी कालुंडिया को जहां स्थानीय लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. वहीं, कांग्रेसी नेत्री अनामिका सरकार ने पार्षद और उनके सहयोगियों से अपनी जान को खतरा बताते हुए आरआईटी थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. बता दें कि अनामिका सरकार झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी की स्वास्थ्य शाखा की महासचिव है. वह झारखंड सरकार के एक मंत्री की मुंहबोली बहन भी बताई जाती है. वैसे, वार्ड पार्षद प्रभासिनी कालुंडिया ने भी कांग्रेस नेत्री के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने कांग्रेस नेत्री पर सरकारी योजनाओं के काम के एवज में 50 हजार कमीशन मांगने और नहीं देने पर जाति सूचक गाली का प्रयोग करने का आरोप लगाया है. इस पूरे प्रकरण को देखते हुए साफ हो जाता है कि मौजूदा समय में वार्ड नंबर-5 का माहौल किस कदर गरमा गया है. इस बीच पुलिस ने भी पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया है. दोनों पक्षों को थाना बुलाकर मामले की जांच की जा रही है. ताकि सच्चाई सामने आ सके.
कांग्रेस नेत्री का यह है आरोप
आदित्यपुर की रहनेवाली कांग्रेस नेत्री अनामिका सरकार का आरोप है कि उन्हें कुछ लोगों ने अपहरण कर जान से मारने की धमकी दी है. इसके पीछे जो बातें सामने आ रही है उसके मुताबिक मामला एक पारिवारिक विवाद में पैरवी से जुड़ा हुआ है. इसे लेकर अनामिका सरकार आरआईटी थाना गई थी. उसके बाद ही उन्हें यह धमकी मिली है. इस मामले में उन्होंने आरआईटी थाना में वार्ड पार्षद प्रभासिनी कालुंडिया के अलावा स्थानीय कुलुपटांगा बस्ती के रहनेवाले भाजपा समर्थक मनीष शर्मा, राहुल शर्मा, आशा रानी शर्मा और प्रियंका शर्मा के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है. उन पर आदित्यपुर के कुलुपटांगा बस्ती में अवैध शराब का धंधा करने का आरोप भी लगाया गया है. कांग्रेस नेत्री का आरोप है कि स्थानीय वार्ड पार्षद और उनके समर्थकों का आरोपियों को संरक्षण प्राप्त है. उनका कहना है कि शराब के इस अवैध धंधे की वजह से क्षेत्र में आये दिन दुष्कर्म सहित अन्य आपराधिक घटनाएं घटती रहती है. फिलहाल यह मामला जांच का विषय बना हुआ है.
वार्ड पार्षद प्रभासिनी कालुंडिया का आरोप
इधर वार्ड पार्षद प्रभासिनी कालुंडिया के आरोपों के घेरे में कांग्रेस नेत्री अनामिका सरकार के अलावा रीना देवी नामक महिला भी शामिल है. उन पर सरकारी योजनाओं के काम के एवज में बतौर कमीशन 50 हजार रूपये मांगने के अलावा जाति सूचक गाली का प्रयोग करने का भी आरोप है. मामला थाना पहुंचते ही आरआईटी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. अब देखना है कि यह मामला आगे कौन सा मोड़ लेता है. वैसे फिलहाल वार्ड नंबर-35 का जो राजनीतिक माहौल है, उस पर क्षेत्र के लोगों की निगाहें जमी हुई है.
जांच के बाद होगी आगे की कार्रवाई : आरआईटी थाना प्रभारी
आरआईटी थाना प्रभारी सागर लाल महथा ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों को थाना बुलाया गया है. ताकि वे अपना-अपना पक्ष रख सकें. उसके बाद ही मामले की गहन जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि मामला दोनों पक्षों से जुड़े लोगों को छवि से भी जुड़ा हुआ है.