जमशेदपुर : शहर के सिविल कोर्ट गेट के बाहर सोमवार को दिन के 1.15 बजे हुई फायरिंग की घटना के बाद कोर्ट के सभी अधिवक्ता खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उन्हें लगता है कि कुछ कमी रह गयी थी जिसके कारण इस तरह की घटना घटी है. गनिमत है कि घटना में जान-माल की क्षति नहीं हुई. इस मामले को लेकर अधिवक्ताओं की एक टीम शीघ्र ही एसएसपी से मिलकर अपनी मांगों को रखेगा.
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ये प्रस्ताव किये गये पारित
एडहॉक कमेटी की बैठक कमेटी के सदस्य अजीत कुमार अंबष्टा की अध्यक्षता में हुई. बैठक में कई प्रस्ताव पारित किये गये. इसमें कोर्ट की सुरक्षा की समुचित व्यवस्था करने, कोर्ट के भीतर सिर्फ उसी गाड़ी को प्रवेश करने की अनुमति दी जाये जिसमें अधिवक्ताओं की ओर से जारी पास लगा हो. गेट पर किसी पर भी शंका होने पर सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी उसकी जांच करने और जरूरत पड़ने पर अधिवक्ताओं से सहयोग लेने, गेट नंबर 3 पर पार्किंग स्टेशन पर लगनेवाले जमावड़ा को हटवाने, पेट्रोलिंग की सुविधा देने, अधिवक्ताओं के लिये पार्किंग की अलग से व्यवस्था करने संबंधी प्रस्ताव पारित किया गया.
रोष में हैं अधिवक्ता- अंबष्टा
अधिवक्ता अजीत कुमार अंबष्टा का कहना है कि फायरिंग की घटना के बाद से कोर्ट के सभी अधिवक्ता काफी रोष में हैं. वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. इसके लिए जिला पुलिस को सुरक्षा संबंधी समुचित व्यवस्था करनी चाहिये. अगर कोर्ट में फायरिंग जैसी घटनायें होगी तो अधिवक्ता के लिये ड्यूटी कर पाने में भारी परेशानी होगी.
बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में मुख्य रूप से सुनील पांडेय, जय प्रकाश, तापस मित्रा, रंजनधारी सिंह, टीएन ओझा, अमित कुमार सिंह, जेकेएम राजू, लीमा मोहंती, गणेश टुडू, रवींद्र कुमार, निलेश कुमार, अजय कुमार सिंह, पीपी भगत, अजय कुमार आदि मौजूद थे.
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