सरायकेला-खरसावां : चांडिल इलाके में बुधवार की रात ऐसी जगह पर आग लगी थी जहां पर कैनाल भी था, लेकिन आग को बुझाने वाला कोई नहीं था। जिले के चांडिल प्रखंड में अगलगी की घटना थमने का नाम नहीं ले रही है। गर्मी के तपिस से अगलगी की घटनाओं में बढ़ोतरी हो गई है। लगातार अगलगी की घटना होने से हजारों पेड़-पौधे आग की भेंट चढ़ चुके है। अगलगी की घटना से जहाँ हजारों पेड़-पौधे आग के आगोश में समा गए, वहीं कई वन्य जीव को भी काफी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावे वातावरण भी काफी प्रदूषित हो रही है। चाहे रात हो या दिन गर्मी के तपिस या फिर असमाजिक तत्वों की करतूत के कारण पहाड़ी एवं जंगलों में आग लगने की घटना आम हो गई है। चांडिल के मेघो पार्ट तथा डालग्राम में पहाड़ी पर आग लगने से काफी संख्या के पेड़-पौधे व झाड़ी जलकर नष्ट हो गया। जबकि पास ही कैनाल स्थित है। पर न तो वन विभाग और न ही किसी ग्रामीण ने आग बुझाने की जहमत उठाना मुनासिब समझा।