जमशेदपुर : रामनवमी जुलूस लगभग शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न होने के बाद जिला प्रशासन की टीम ने राहत की सांस ली है. कारण यह है कि पिछले साल 2023 में कदमा में दंगा हो गया था. इस कारण से वहां पर रैफ उतार दिया गया था और निषेधाज्ञा भी लगा दी गई गई. इस बार जिला प्रशासन को ज्यादा परेशानी नहीं हुई है. छिटपुट इक्का-दुक्का घटनाओं को छोड़ दें तो विसर्जन जुलूस शांतिपूर्वक संपन्न हो गया.
बागबेड़ा रहा विवाद में
बागबेड़ा की बात करें तो यहां पर एक अखाड़ा कमेटी का पुलिस के साथ विवाद हो गया. यहां पर मारपीट की भी घटना घटी. बाद में पुलिस की हस्तक्षेप से मामले को शांत करवाया गया.
गोविंदपुर भी रहा सुर्खियों में
गोविंदपुर के यशोदानगर की बात करें तो यहां पर रामनवमी अखाड़ा जुलूस निकालने के दौरान ही झंडा हाई टेंशन तार को छू गया और घटना में 5 लोग झुलस गए.
धालभूमगढ़ में बवाल
धालभूमगढ़ की बात करें तो वहां पर एक अखाड़ा कमेटी के झंडा के नीचे से प्रतिबंधित मांस का टूकड़ा फेंके जाने से बवाल हो गया. सड़क जाम की समस्या भी आन पड़ी थी, लेकिन पुलिस ने मामले को समय रहते संभाल लिया.
कदमा आया था दंगा की चपेट में
2023 की बात करें तो प्रभात कुमार एसएसपी थे. इस बीच कदमा हनुमान मंदिर के ठीक सामने में ही झंडा के पास से ही मांस का टूकड़ा बरामद हुआ था. तब यहां पर भारी बवाल हुआ था. दंगा हो गई थी. जब एसएसपी दंगा बचाने पहुंचे थे तब उनपर भी पथराव किया गया था. यहां पर एक सप्ताह तक कर्फ्यू लगाया गया था. हनुमान मंदिर कैंपस में पत्थरों की बारिश की गई थी. इस बीच दो समुदायों के बीच आगजमी, फायरिंग और जमकर पथराव हुआ था. मकान की छत से पत्थर बरसाए जा रहे थे. घटना के बाद कदमा में रैफ को उतारा गया था उसके बाद मामले को कंट्रोल किया गया था.