जमशेदपुर : कोरोनाकाल में जब सरकार की ओर से वैक्सीनेशन का कार्य शुरू कराया गया, तब यह घोषणा की गई थी कि वैक्सीन लेने के चंद मिनटों के बाद ही मोबाइल पर इसका मैसेज आएगा। मैसेज आने के बाद प्रमाण-पत्र मिलेगा। समय के साथ मैसेज आना भी बंद हो गया है। लोग इसको लेकर खासा परेशान हैं। और तो और मुखिया और उप-मु्खिया तक का मैसेज नहीं आया है। इसको लेकर पंचायत प्रतिनिधियों ने झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री को 4 सितंबर को ज्ञापन सौंपकर पहल करने की मांग की है।
उत्तर पूर्वी बागबेड़ा की मुखिया नीनु कुदादा
उत्तर पूर्वी बागबेड़ा की मुखिया नीनु कुदादा का कहना है कि उन्होंने 16 अगस्त को पंचायत भवन में लगाए गए वैक्सीनेशन कैंप में डोज लिया था। डोज लेने के बाद भी उनके मोबाइल पर इससे संबंधित किसी तरह का मैसेज नहीं आया। उन्होंने बताया कि पंचायत के अन्य कई लोगों को भी मोबाइल पर मैसेज नहीं आया है। पंचायत क्षेत्र के लोग बराबर उनसे इसकी शिकायत भी कर रहे हैं।
बागबेड़ा कॉलोनी पंचायत के उप-मुखिया सुनील गुप्ता को भी नहीं आया मैसेज
बागबेड़ा कॉलोनी पंचायत के उप-मुखिया सुनील गुप्ता ने बताया कि उन्होंने दूसरा डोज लिया है, लेकिना मैसेज नहीं आया है। उनका कहना है कि बागबेड़ा ईलाके के कई पंचायतों से इस तरह की शिकायत आम लोगों ने भी की है। इसको लेकर झारखंड के स्वास्थ्यमंत्री को 4 सितंबर को ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन के माध्यम से लापरवाह लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
मध्य बागबेड़ा पंचायत की मुखिया प्रतिमा मुंडा
मध्य बागबेड़ा पंचायत की मुखिया प्रतिमा मुंडा का कहना है कि उनके पंचायत में वैक्सीनेशन कैंप तो लगाया गया था, लेकिन कई लोगों को डोज लेने के बाद भी मैसेज नहीं भेजा गया है। पंचायत क्षेत्र के लोगों ने उनसे इसकी शिकायत भी की है। इसको लेकर उन्होंने कहा कि शीघ्र ही बीडीओ को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
सीमा जायसवाल ने 23 को लिया था डोज
बागबेड़ा कॉलोनी रोड नंबर 5 की रहने वाली सीमा जायसवाल ने 23 अगस्त को बागबेड़ा में लगाए गए कैंप में डोज लिया था। डोज लेने के बाद उन्हें मोबाइल पर इसका मैसेज नहीं आया। इसकी जानकारी तब वहां पर मौजूद लोगों से लेने का भी प्रयास किया, लेकिन किसी ने भी समस्या का समाधान नहीं किया।
पूजा कुमारी
बागबेड़ा मध्य पंचायत रोड नंबर 6 की रहने वाली पूजा कुमारी को भी डोज लेने के बाद मोेबाइल पर मैसेज नहीं आया। मैसेज नहीं आने से उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि विभाग की ओर से ऐसा क्यों किया जा रहा है। उन्होंने इसका समाधान करने की मांग की।
ओमी कुमारी
बागबेड़ा मध्य पंचायत की रहने वाली ओमी कुमारी ने भी बागबेड़ा में 16 अगस्त को लगाए गए कैंप में डोज ले लिया है, लेकिन मोबाइल पर मैसेज नहीं आया है। इसकी शिकायत उन्होंने अपने पंचायत के मुखिया से भी की है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
के शंकर राव
उत्तरी पूर्वी बागबेड़ा पंतायत के गांधीनगर के रहने वाले के शंकर राव कामकाजी व्यक्ति हैं। उनके पास फुर्सत नहीं होने के बाद भी किसी तरह से समय निकालकर वैक्सीन लेने का काम किया। वैक्सीन तो ले लिया है, लेकिन उन्हें इसका मैसेज तक मोबाइल पर नहीं दिया गया है।
कन्हैया लाल
उत्तरी पूर्वी बागबेड़ा पंचायत के गांधीनगर के रहने कन्हैया लाल ने भी वैक्सीन ले लिया है, लेकिन इसका प्रमाण उन्हें नहीं मिली है। उन्हें लग रहा है कि मैसेज नहीं आने पर यह साबित नहीं हो रहा है कि उन्होंने वैक्सीन ले ली है।
परमेश्वर साहू
उत्तरी पूर्वी बागबेड़ा पंतायत के गांधीनगर के रहने वाले परमेश्वर साहू कामकाजी व्यक्ति हैं। उन्हें जब कैंप लगने की जानकारी मिली थी, तब अपना काम छोड़कर पहले डोज लेने के लिए पहुंच गए थे। डोज तो उन्होंने ले लिया, लेकिन मोबाइल पर विभाग की ओर से मैसेज तक नहीं आया है।
सुमित कुमार तिवारी
बागबेड़ा कॉलोनी पंचायत के रहने वाले सुमित कुमार तिवारी ने 23 सितंबर को डोज लिया था। श्रीकृष्णा पब्लिक स्कूल में कैंप लगाया गया था। कैंप में उन्होंने डोज तो ले लिया, लेकिन मोबाइल पर मैसेज नहीं आया है। इसकी जानकारी उन्होंने पंचायत के उप-मुखिया को भी दी है।
प्रवक्ता लक्ष्मी सोय ने क्या कहा
मुखिया संघ की प्रवक्ता लक्ष्मी सोय खुद पूर्वी घाघीडीह पंचायत क्षेत्र की मुखिया हैं। उनका कहना है कि इसको लेकर जिले के डीसी और बीडीओ को ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया जाएगा। अगर मोबाइल पर मैसेज ही नहीं आता है तो हम यह प्रमाणित कैसे करेंगे कि डोज मिल गया है। समस्या का समाधान नहीं होने पर इसको लेकर पंचायत प्रतिनिधियों को एकजूट होकर आंदोलन करने की जरूरत है।
बीडीओ प्रवीण कुमार ने कहा कि मुझे इसकी जानकारी नहीं
जमशेदपुर प्रखंड के बीडीओ प्रवीण कुमार से मोबाइल पर संपर्क करने पर सवाल के जवाब में उन्होंने साफ कर दिया कि उन्हें इसकी बिल्कुल जानकारी नहीं है। अभी तक इस तरह की शिकायत उनसे नहीं की गई है। शिकायत मिलने पर समस्या का समाधान करेंगे।