मोहन पंडित की हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें रांची रेफर कर दिया था. परिवार के लोग उन्हें इलाज के लिए रांची लेकर जा रहे थे. इस बीच ही उन्होंने रास्ते में दम तोड़ दिया था. इसकी जानकारी जब पत्नी जीतनी देवी को हुई तब वह रोने लगी. रोते-रोते ही उसने भी दम तोड़ दिया. जबतक शव घर पर पहुंचता उसके पहले ही पत्नी के प्राण पखेरू उड़ चुके थे. इसके बाद पति-पत्नी की शव यात्रा एक साथ गांव में निकाली गई.
JHARKHAND NEWS : शादी के समय 7 फेरे लेते समय साथ जीने-मरने की कसमें खाने के बाद उसे कर निभाने का मौका कोडरमा जिले के लंगरापीपर गांव के पति-पत्नी को नसीब हुआ है. पति की मौत की खबर सुनते ही पत्नी ने भी दम तोड़ दिया. इसके बाद दोनों की शव यात्रा गांव में एक साथ निकाली गयी. घटना की जानकारी मिलने पर किसी को भी इस बात का विश्वास नहीं हो रहा था.
पति का नाम मोहन पंडित (69) है और पत्नी का जीतनी देवी (66). मोहन को अचानक से बीपी लो होने की शिकायत मिली थी. इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.