सरायकेला : आदित्यपुर में इमली चौक के पास AIUTUC (ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर) के बैनर तले श्रमिक वर्ग के हितों की रक्षा और उनकी न्यायसंगत मांगों को लेकर एक महत्वपूर्ण आह्वान किया गया. इस कार्यक्रम में युवा बेरोजगारों को नियमित रोजगार देने, सार्वजनिक और सरकारी उद्योगों के निजीकरण पर रोक लगाने जैसी मांगों को प्रमुखता से उठाया गया. AIUTUC की मुख्य वक्ता लिली दास ने कहा कि 1990 के बाद से निजीकरण, भूमंडलीकरण और उदारीकरण की नीतियों के कारण देश में आर्थिक असमानता तेजी से बढ़ी है. इससे केवल बड़े पूंजीपतियों, कॉर्पोरेट घरानों, व्यापारियों, उच्च प्रशासनिक अधिकारियों, मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की संपत्ति और सुविधाओं में इजाफा हुआ है, जबकि 90% मजदूर, किसान, आम जनता, युवा और छात्र आर्थिक बदहाली की ओर बढ़ रहे हैं. (नीचे भी पढ़ें)
आंदोलन में वक्ताओं ने कहा कि मजदूर वर्ग की मांगों को हासिल करने के लिए ठोस समझ विकसित करना और शक्तिशाली श्रमिक आंदोलन का निर्माण करना जरूरी है, ताकि सरकार इन मांगों को मानने के लिए बाध्य हो जाए. कार्यक्रम का संचालन आशीष कुमार धर तथा धन्यवाद ज्ञापन विष्णु देव गिरी ने किया. अंत में AIUTUC की ओर से एक मांग पत्र भी लोगों के बीच वितरित किया गया, जिसमें सभी प्रमुख मांगों का विस्तृत विवरण दिया गया है. संघर्ष समिति के निर्माण और आगे की रणनीति को लेकर सभी से एकजुट होने की अपील की गई, ताकि श्रमिक वर्ग के अधिकारों की रक्षा की जा सके. कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से लिली दास, आशीष कुमार धर, विपिन कुमार सिंह, नेक प्रसाद सुमन, वरुण चंद्र महतो, सुशांत सरकार तथा विष्णु देव गिरी का प्रमुख योगदान रहा.