JHARKHAND NEWS : मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तारी के ठीक तीसरे दिन झारखंड सरकार के य्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने अपना इस्तीफा दे दिया है. यह इस्तीफा पत्र उन्होंने राजभवन को भेजा है. उनकी गिरफ्तारी 15 मई को दूसरे दिन पूछताछ के दौरान ईडी की ओर से शाम को की गई थी. गिरफ्तारी के बाद से ही यह बात चर्चा में थी कि आलमगीर अपना इस्तीफा कब देंगे.
आलमगीर का पीएस संजीव लाल और नौकर जहांगीर आलम पहले से ही जेल में बंद है. दोनों के पास के ईडी की टीम ने छापेमारी के दौरान 37 करोड़ रुपये से भी ज्यादा बरामद किया था. दोनों ने ही मंत्री आलमगीर का नाम लिया था और कहा था कि ये रुपये उनके ही हैं. इसके बाद आलमगीर पर ईडी का शिकंजा कसा.
14 मई को भेजा गया था समन
ईडी की ओर से पहला समन भेजकर उन्हें 14 मई को बुलाया गया था. इस बीच आलमगीर समय के पहले ही रांची ईडी कार्यालय पहुंच गए थे. पहले दिन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया था. इसके बाद दूसरे दिन 15 मई को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया था. दूसरे दिन उन्हें पूछताछ के दौरान ही गिरफ्तार कर लिया गया था.
ना में दे रहे थे सभी सवालों का जवाब
आलमगीर आलम से जब ईडी की टीम पूछताछ कर रही थी तब वे सभी सवालों का जवाब सिर्फ ना में ही दे रहे थे. रुपये के बारे में भी जवाब दिया कि उन्हें इसकी कोई जानकारी ही नहीं थी. उन्हें सोशल मीडिया के मार्फत जानकारी मिली थी कि रुपये की बरामदगी पीएस और नौकर जहांगीर के पास से की गई थी. हर सवाल का जवाब ना में देने के बाद भी आलमगीर ईडी के हत्थे चढ़ गए और अब अपना इस्तीफा भी राजभवन को भेज दिया है.