जमशेदपुर : सुबह 5 बजे बेटी कृतिका उठ गयी थी. नहा-धोकर सुबह 7 बजे के पहले ही स्कूल जाने के लिये तैयार हो गयी थी. इसके पहले नाश्ता किया और टिफीन बॉक्स लेकर स्कूल चली गयी. इसके बाद मजदूर पिता भी काम पर चले गये. मां मुन्नी देवी बेटी के लिये दोपहर का खाना बनाकर रखी हुई है. वह दोपहर के समय बेटी को याद ही कर रही थी कि आखिर अभी तक आयी क्यों नहीं. इस बीच ही अचानक से स्कूल के टीचर घर पर पहुंच जाते हैं और कृतिका के बारे में बताया. इसपर उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि बेटी अब इस दुनिया में नहीं है.
20 दिनों पूर्व ही लिया था स्कूल में नामांकन
सीतारामडेरा न्यू ले आउट की रहनेवाली कृतिका ने दिनों पूर्व ही सीतारामडेरा के प्लस 2 हाई स्कूल में कक्षा 9 में नामांकन लिया था. नामांकन के समय ही परिवार के लोगों ने बताया था कि उसे हार्ट की बीमारी है और उसका इलाज भी चल रहा है. इलाज अबतक चल रहा था. अचानक उसके साथ इस तरह का हादसा होगा किसी को इसका आभास तक नहीं था.
घटना के बारे में बताया गया कि शनिवार की सुबह 10.30 बजे स्कूल में टिफीन की घंटी बजी थी. इसके बाद कृतिका टिफीन खा रही थी. टिफीन में वह चिप्स भी खा रही थी. अचानक से वह कमरे में ही बेहोश होकर गिर पड़ी थी. इसके बाद स्कूल के अन्य छात्रों ने घटना की जानकारी जाकर शिक्षकों को दी थी.
शिक्षक कार से लेकर पहुंचे थे स्कूल
घटना की जानकारी मिलते ही शिक्षक उदित नारायण, रेणु और पदमा झा कार से लेकर कृतिका को एमजीएम अस्पताल पहुंचे हुये थे. तब कृतिका की सांस चल रही थी. सूचना पर क्लास टीचर रिंकु कुमारी और प्रिंसिपल छोटन लोहरा भी एमजीएम अस्पताल में पहुंचे हुये थे. शिक्षकों ने कहा कि कृतिका 20 दिनों से स्कूल में पढ़ाई कर रही थी, लेकिन किसी तरह की शिकायत नहीं थी. कृतिका के पिता अरूण त्रिवेदी और माता मुन्नी त्रिवेदी पूरी तरह से टूट गये हैं.