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मणिपुर की आक्रोशित महिलाएं पुलिस से भिड़ी, मैतेई मिजोरम छोड़ें
मणिपुर में मैतेई समुदाय को एसटी का दर्जा देने की मांग को लेकर उठे विवाद के बाद जहां समुदाय के लोगों ने तीन महिलाओं को नंगा कर सड़क पर घुमाया था और फिर उसके साथ सामुहिक रूप से दुष्कर्म किया था. उस घटना के विरोध में अब कुकी स समुदाए पूरी तरह से एकजुट हो गया है. समुदाय के लोगों ने मैतेई समुदाय के लोगों को धमकी दी है कि वे मणिपुर छोड़ दें. अन्यथा अंजाम बुरा होगा. कुकी समुदाय के लोगों ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी का घर फूंक दिया था. शनिवार को भी कुकी समुदाय के लोग घर से निकलकर सड़क पर आये और प्रदर्शन किया. इस बीच पुलिस से भी झड़क पर हुई.
मणिपुर : मणिपुर के हालात काबू में नहीं है. महिलाओं को नंगा कर परेड कराने और फिर उसके साथ सामूहिक रूप से दुष्कर्म करने का वीडियो वायरल होने के बाद से मणिपुर के हालात काबू में नहीं है. वहां पर भारी संख्या में सुरक्षा बलों को उतार दिया गया है, लेकिन शनिवार को सड़क पर उतरी आक्रोशित महिलाएं पुलिस से भिड़ गयी. इसके बाद से स्थिति और तनावपूर्ण हो गयी है.
शनिवार को कुकी समुदाय के आक्रोशित लोगों ने सड़क पर उतरने के बाद सपष्ट कह दिया कि मैतेई समुदाए के लोग मणिपुर छोड़ दें. अन्यथा अंजाम बुरा होगा. अब उनके सब्र का बांध टूट गया. जहां एक ओर से गुस्सायी महिलाओं की पुलिस से झड़प हुई थी, वहीं पुलिस ने भी महिलाओं को खदेड़ भगाया था.
अबतक 5 गिरफ्तारी
तीन महिलाओं को जबरन नंगा कर परेड कराने और फिर खेत में ले जाकर दुष्कर्म करने के मामले में पुलिस की ओर से अबतक कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार आरोपियों में हुइरेम हरेदास, अरूण सिंह, जीवन इलांगबा, युमलेंबई मुंगसिथोई मेटेई और तोम्बा सिंह शामिल है. मामले में सैकड़ों अज्ञात को भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस बाकी आरोपियों की भी गिरफ्तार के लिये छापेमारी कर रही है.
आखिर किसकी है लापरवाही
मणिपुर के नोंगपोक सेकमाई गांव में हुई घटना में किसकी लापरवाही है. घटना के समय पुलिस ने हवाई फायरिंग क्यों नहीं की. क्या पुलिस निहत्था थी. शायद हवाई फायरिंग के बाद हालात को काबू में कर लिया जाता.
पिता-पुत्र की हत्या के बाद महिला से दरिंदगी
4 मई को पिता और पुत्र की बेटी के सामने ही हत्या करने के बाद तीन महिलाओं को जबरन नंगा करने, परेड कराने और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करने की आग अभी बुझी नहीं है. भले ही पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अब कुकी समुदाए का जनाआक्रोश भड़का हुआ है.
आदिवासियों ने निकाला एकजुटता मार्च
शनिवार की बात करें तो कुकी समुदाय के लोगों ने पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च निकालकर मैतेई को एसटी का दर्जा देने का विरोध किया. मणिपुर हिंसा में अबतक 150 से भी ज्यादा लोगों की जान चली गयी है. मणिपुर में मैतेई समुदाय की आबादी 53 फीसदी है जबकि कुकी की 40 फीसदी है.