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JAMSHEDPUR : मंइयां सम्मान योजना के लिए जद्दोजहद, घंटों लाइन लगने के बाद भी जमा नहीं होता आवेदन
मंइयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए जमशेदपुर के प्रखंड कार्यालय में मंइयां की भीड़ सुबह से ही उमड़ी हुई है. जिस तरह से भीड़ लगी हुआ है उसके हिसाब से मंइयां को यह विश्वास नहीं हो पा रहा है कि उनका आवेदन जमा हो सकेगा. बावजूद वह कड़ी धूप में कतार में खड़ी हैं. यहां पर पीने के पानी तक की व्यवस्था नहीं की गई है. कड़ी धूप में उनकी हालत कैसी हो रही होगी इसका अंदाजा तो मौके पर पहुंचने से ही लग जाता है.
जमशेदपुर : झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की ओर से चुनाव के पहले से ही यह घोषणा कर दी गई थी कि मंइयां सम्मान योजना में 18 से 50 वर्ष तक की महिलाओं को प्रति माह 2500 रुपये दिए जाएंगे. इसके बाद जिन मंइयां को इसका लाभ नहीं मिल रहा है उनकी परेशानी बढ़ गई है. वह रोज प्रखंड कार्यालय पहुंचकर अपना आवेदन जमा करना चाह रही हैं, लेकिन घंटों लाइन में लगने के बाद भी उनका आवेदन जमा नहीं हो पा रहा है.
आवेदनों में कुछ-न-कुछ ऋटि
सभी आवेदनों में कुछ-न-कुछ ऋटि बताकर उन्हें चलता कर दिया जा रहा है. एक बार लाइन से बिखरने के बाद दोबारा उन्हें कतार में लगकर काउंटर तक पहुंच पाना आसान नहीं है.
भूखे-प्यासे लाइन में लगती हैं महिलाएं
लाइन में लगी महिलाओं का कहना है कि वह सुबह के 8.30 बजे से ही लाइन में लगी हुई हैं. उन्होंने घर में नाश्ता भी नहीं बनाया है. ऐसे में नाश्ता कैसे करेंगे. कई महिलाओं ने बताया कि मंइयां योजना के चक्कर में बच्चों को सुबह-सुबह स्कूल भी नहीं भेज पा रही हैं.
चिलचिलाती धूप में पल भर भी खड़ा होना हो रहा मुश्किल
मंइयां सम्मान योजना का लाभ पाने के लिए महिलाओं को कड़ी धूप में लाइन में लगकर अपनी बारी के आने की प्रतीक्षा करनी पड़ रही है. जिस तरह की धूप सोमवार को पड़ रही है उसके हिसाब से पल भर के लिए भी धूप में खड़ा होना आसान नहीं है. ऐसे में महिलाएं घंटों कतार में खड़ी हो रही हैं. बावजूद लाभ पाने से वंचित हैं. महिलाओं के मुंह से सिर्फ यही बात निकल रही है कि आखिर कैसे मिलेगा मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना का लाभ?