ईचागढ़ : पूर्व विधायक अरविंद सिंह के भाजपा में शामिल होने के कयासों के बीच ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में उनके कार्यकर्ताओं और समर्थकों में जबरदस्त उत्साह का माहौल है. उनके समर्थक पूरे विधानसभा क्षेत्र में जगह-जगह बैठक कर संगठन को और मजबूत बनाने की दिशा में तेजी से जुट गए हैं. इस बीच पूर्व विधायक अरविंद सिंह के भतीजे अंकुर सिंह लगातार क्षेत्र की जनता के बीच रहकर कार्यकर्ताओं और समर्थकों का मनोबल बढ़ा रहे हैं.
ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र का 3 बार प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व विधायक अरविंद सिंह के भाजपा में शामिल होने को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है. इसकी वजह भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी से पिछले दिनों पूर्व विधायक की जहां रांची में हुई मुलाकात रही. वहीं, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास से उनकी नजदीकियां भी है. जिनके साथ पूर्व में कई महत्वूर्ण कार्यक्रमों में श्री सिंह मंच साझा कर चुके हैं. इन सारी बातों को लेकर अब यह माना जाने लगा है कि पूर्व विधायक अरविंद सिंह जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे. इससे उनके कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उत्साह का माहौल देखा जा रहा है.
ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में समर्थकों के बीच उत्साह का माहौल
खासकर, ईचागढ़ क्षेत्र विधान सभा क्षेत्र में, उनके समर्थकों का उत्साह देखते ही बन रहा है. फिलहाल स्थिति यह है कि उन्होंने पूरे विधानसभा क्षेत्र में जगह-जगह बैठक कर संगठन को और मजबूत बनाने की दिशा में तेजी से कार्य करना शुरू कर दिया है. इस बीच पूर्व विधायक अरविंद सिंह के भतीजे अंकुर सिंह लगातार क्षेत्र की जनता के बीच में रहकर उनके सुख-दुख के भागीदार बन रहे हैं. साथ ही, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का मनोबल बढ़ाने में वे कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.
ईचागढ़ सामुदायिक भवन में हुई बैठक
इस कड़ी में रविवार को ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के टिकर स्थित सामूदायिक भवन पूर्व विधायक अरविंद सिंह के कार्यकर्ताओं ने एक बैठक का आयोजन किया. जिसमें श्री सिंह के भतीजे अंकुर सिंह मुख्य रूप से शामिल हुए. इस दौरान संगठन को मजबूत करने के साथ जनहित में आगे कार्य करने की रणनीति तय की गई. ताकि क्षेत्र का चौतरफा विकास हो सके.
बैठक में ये थे मौजूद
इस बैठक में ईचागढ़ प्रखंड के प्रमुख गुरूपद मार्डी, तापस दत्त, किशोर दास, बंशीधर दास, सागर दास, देवाशीष दास, भगीरथ दास, तापस घोष, दीपक दास, ललित घोष, प्रशांत दास, अमर गोप, समापदो प्रमाणिक, प्रकाश घोष, दिनेश साहु, सुसैन घोष, रंजीत साहु, निमाई साहु, बादल बनर्जी, भगवत माझी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे.