चांडिल : पर्यावरण संरक्षण और जैवविविधता के प्रति जागरूक करने के लिए वन विभाग की ओर से स्कूली बच्चों के लिए रविवार को दलमा में डे आउट ट्रैकिंग का आयोजन किया गया. दलमा के मकुलाकोचा से लोग सुबह 6 बजे से जमशेदपुर, रांची, बोकारो, धनबाद से 100 से अधिक बच्चे ट्रैकिंग पर गए. डीएफओ सबा आलम अंसारी ने बताया कि बढ़ती मानव गतिविधियां और प्लास्टिक कचरा इस क्षेत्र के पारिस्थिति की तंत्र को खतरे में डाल रहे हैं. इन समस्याओं के समाधान के लिए एक अनूठा दलमा ट्रेकिंग और पर्यावरणीय जागरूकता अभियान किया जा रहा है. मौके पर मौजूद सीसीएफ एसआर नटेश ने कहा की दलमा गज संरक्षण वन हैं. यहां कई तरह की वन्य जीव प्रजातियां पायी जाती हैं. जानवरों और पेड़ पौधों के प्रति बच्चों को जागरूक करना है. अभियान के दौरान प्रतिभागियों को सफाई के लिए आवश्यक सामग्री जैसे दस्ताने, कचरा बैग और जागरूकता सत्र के लिए सूचना सामग्री उपलब्ध कराई गयी है.
सफाई अभियान चलाने का निर्णय
ट्रैकिंग रूट पर प्लास्टिक कचरे को कम करने के लिए सफाई अभियान चलाया जाएगा. पर्यावरणीय मुद्दों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिए एक इंटरएक्टिव सत्र आयोजित किया जाएगा. ट्रेकिंग और सफाई के दौरान वीडियो बनाया जाएगा. उसे सोशल मीडिया पर साझा किया जाएगा.
जंगल का मतलब केवल हाथी और हिरण नहीं
कार्यक्रम में मौजूद आरसीसीएफ स्मिता पंकज ने बताया कि शहरी बच्चों को जंगल और ग्रामीण क्षेत्र से वास्तविक परिचय कराना है. बच्चों के मन मस्तिष्क में जंगल का मतलब केवल हाथी, हिरण या अन्य जीव जंन्तु होते हैं. जबकि जंगल में वन्य जीव प्राणियों के साथ कई तरह के कीड़े माकोड़े भी होते हैं. सभी जैव विविधता में महत्व हैं. इसके साथ ही बच्चों को पर्यावरण के महत्व और जलवायु परिवर्तन के प्रति भी जागरूक करना इस डे आउट ट्रेक्किंग का उद्देश्य है.