जमशेदपुर : बागबेड़ा के वायरलेस मैदान और बीएनआर मैदान में एफसीआई का गोदाम बनाने के फैसला का विरोध स्थानीय लोगों ने शुरू कर दिया है। इसको लेकर सोमवार को बागबेड़ा में जिला परिषद सदस्य किशोर यादव के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में किशोर यादव ने कहा कि बागबेड़ा में सिर्फ दो ही मैदान सार्वजनिक रूप से बचा हुआ है। अगर इसपर भी सरकारी कार्य कराया जाता है तो स्थानीय लोगों को भारी परेशानी होगी। इसके लिए जनप्रतिनिधियों से भी सहमति लेनी चाहिए थी।
रेलवे की जमीन पर है दोनों मैदान
बागबेड़ा के जिस मैदान में एफसीाई की गोदाम बनाने की योजना बनाई गई है वह मैदान रेलवे की है। रेलवे की ओर से ही इस मैदान को विभागीय प्रक्रियाओं के तहत एफसीआई को दे दिया गया है।
मापी होने पर लोगों को सच्चाई का पता चला
दोनों मैदानों की मापी होने के कारण स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी मिली थी। इसके बाद ही आपस में चर्चा करके लोग गोलबंद हुए। अब इसके विरोध में उग्र आंदोलन करने की तैयारी स्थानीय लोग कर रहे हैं।
बच्चों के खेलने व बुजुर्गों के टहलने का मैदान है
बागबेड़ा के दोनों मैदानों में बच्चे खेलते हैं और बुजुर्ग इसका उपयोग टहलने के लिए करते हैं। इसके अलावा धार्मिक अनुष्ठानों का भी आयोजन इस मैदान में किया जाता है। कुछ साल पहले तक मैदान जंगल-झाड़ में तब्दील था, लेकिन यहां के लोगों ने यहां श्रमदान करके मैदान को साफ-सुथरा बनाया है।