सरायकेला-खरसावां : जिले के पूरे चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में आस्था एवं परंपरा के साथ बाहा बोंगा सरहुल पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। चांडिल के गांगुडीह जाहेरथान में पारंपरिक रीति रिवाज के साथ बाहा बोंगा मनाया जा रहा है। नायके बाबा सुखराम सोरेन ने विधिवत रूप से इष्ट देव मरांग बुरु जाहेर आयो की पूजा अर्चना की। इस दौरान नायके बाबा ने मुर्गी एवं बकरा की बलि दी। इसके अलावे सखुवा के नया फूल से पूजा अर्चना की। ग्रामीणों की मान्यता है कि आदिकाल से प्रकृति उनकी रक्षा की है, आज भी प्रकृति उनकी रक्षा करेंगे। मरांग बुरु की पूजा करने से क्षेत्र में सुखशांति एवं समृद्धि आएगी तथा गांव में महामारी एवं दुर्भिक्ष नहीं आएगी। साथ ही गांव मे रिश्तेदारों के बीच मधुर संबंध बने रहे। ग्रामीणों ने अपने इष्टदेव मरांगबुरु की पूजा अर्चना कर क्षेत्र से कोरोना से मुक्ति की प्रार्थना की। इस मौके पर सरहुल गीत एवं नागड़ा और मांदर की थाप पर महिलाएं थिरकी। इस मौके पर प्रसाद का भी वितरण किया गया।