जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले में पुरूलिया के रास्ते बांग्लादेशी घुसपैठिये प्रवेश कर रहे हैं. इनकी आबादी सिर्फ जिले में ही 8000 के आस-पास है. शहर में इन्हें संरक्षण भी दिया जा रहा है. इस मामले में संरक्षण देनेवालों पर भी कानूनी कार्रवाई करने की आवश्यकता है. इसका खुलासा गुरुवार को भाजपा के पूर्व प्रत्याशी सह जमशेदपुर के पूर्व महानगर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने जिले के डीसी विजया जाधव को सौंपा ज्ञापन में किया है.
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सड़क किनारे ठेला लगानेवाले अधिकांश घुसपैठिये
डीसी को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि शहर में सड़कों के किनारे ठेला लगाने वाले अधिकांश लोग घुसपैठिये ही हैं. इनकी आबादी उलीडीह, परसुडीह, हल्दीपोखर, मुसाबनी और घाटशिला में सबसे ज्यादा है. यहां पर वे अपने निवास का अड्डा बनाये हुये हैं.
फर्जी आवासीय बनाकर रहने का आरोप
देवेंद्र सिंह ने ज्ञापन में कहा है कि बांग्लादेशी, रोहिण्य और पाकिस्तानी घुसपैठिये शहर में फर्जी आवासीय प्रमाण-पत्र बनकार रह रहे हैं. निमार्ण कार्य से जुड़े कुछ ठेकेदारों पर भी इन्हें पनाह देने का आरोप लगाया गया है. वे मुर्शिदाबाद से जाली प्रमाण-पत्र भी बनाकर रखे हुये हैं. अगर इसकी ईमानदारी से जांच की जाती है तो इन घुसपैठियों का पर्दाफाश होने में समय नहीं लगेगा. घुसपैठियों का मामला राष्ट्र की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है. इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिये.
प्रतिनिधिमंडल में ये थे शामिल
प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से देवेंद्र सिंह के अलावा उपेंद्र गिरी, अशोक कुमार सिंह, अनिल कुमार पाठक, प्रभात शंकर तिवारी, मनोज करूवा, शिशिर कुमार शुक्ला, विजय सिंह, प्रीतम ठाकुर, प्यारेलाल, मानस कुमार आदि शामिल थे.
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