Adityapur : भजन सम्राट के रुप में प्रसिद्ध तथा जाने-माने भोजपुरी गायक भरत शर्मा ब्यास ने कहा है कि आज भोजपुरी गायकी में फूहड़पन जरुरत से ज्यादा हो गया है. चाहे भोजपुरी फिल्म हो अथवा भोजपुरी गाने, उनमें इतना फूहड़पन हो गया है, जो कि भोजपुरी के लिए कोढ़ साबित हो रहा है. क्योंकि जिस भोजपुरी के विकास में भिखारी ठाकुर तथा महेन्द्र मिश्र जैसे गायकों-साहित्यकारों ने अपना योगदान दिया. उस पर अभी भी शोध चल रहा है. परन्तु आज सिर्फ पैसा के लिए भोजपुरी सभ्यता और संस्कृति का क्षरण हो रहा है, जो कि भोजपुरी समाज के लिए ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि आज की नई पीढ़ी के भोजपुरी गायक गायिकी पर कम, नाचने पर ज्याद ध्यान दे रहे हैं. इससे गायिकी का स्तर गिरता जा रहा है. आदित्यपुर के होटल दि ओनेक्स में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने वर्तमान समय में भोजपुरी गायकी में बढ़ती अश्लीलता के लिए गायकों के साथ-साथ लेखक, श्रोता तथा म्यूजिक कंपनी को भी दोषी ठहराया. साथ ही, सभी लोगों से फूहड़ और अश्लील गानों का बहिष्कार करने तथा ऐसे गाने नहीं सुनने की भी अपील की. वहीं, भोजपुरी से अश्लीलता हटाने और अपनी भाषा-संस्कृति को बचाने के लिए गीत भी गुनगुनाया, ” गीत भोजपुरी से अश्लीलता मिटावल जाईत, त कतना निमन होईत. दूषित समाज के भईला से बचावल जाईत, त कतना निमन होईत.” उन्होंने भोजपुरी भाषा तथा उसकी मिठास की सराहना की तथा कहा कि हम सभी लोगों को अपनी माटी, अपना गांव, अपनी भाषा और अपनी संस्कृति से लगाव रखना चाहिये. साथ ही आने वाली पीढ़ियों को भी इसके लिए प्रेरित करना चाहिये. उन्होंने ऊंची से ऊंची तालीम लेने वालों से भी अपने घर-परिवार तथा टोले-मुहल्ला में अपनी माटी की भाषा भोजपुरी में बतियाने का अनुरोध किया तथा एक गीत के जरिए भोजपुरी भाषा-भाषियों को प्रेरित किया, ” दिल्ली, बंबई, कोलकत्ता, चाहे रहिहअ मंसूरी में, पढ़िहअ लिखिहअ कौनो भाषा, बतिअईह भोजपुरी में.
पुरेन्द्र के नेतृत्व में हुआ भरत शर्मा का स्वागत