झारखंड : इंटरनेशनल गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अमन साहू (अब मृत) के बीच कड़ी का काम करनेवाले गैंगस्टर सुनील मीणा के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. अपराध जगत में एक बड़ा चेहरा माने जानेवाला सुनील मीणा अजरबैजान की पुलिस हिरासत में है. झारखंड एटीएस की टीम जल्द ही उसे भारत लाने के लिए वहां रवाना होगी. हालांकि, प्रत्यर्पण की तिथि निर्धारित होनी अभी बाकी है. बावजूद इसके, इस मामले में अजरबैजान सरकार की स्वीकृति मिल चुकी है. ऐसे में माना जा रहा है कि प्रत्यर्पण मामले में अब सिर्फ औपचारिकताएं ही बाकी है.
कौन है सुनील मीणा
जानकारों की मानें तो सुनील मीणा राजस्थान के अनूपगढ़ जिले का रहने है. वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का बचपन का दोस्त है. इन दोनों ने अपराध की दुनिया में एक साथ कदम रखा था. झारखंड पुलिस की जांच में जो बातें सामने आई है उसके मुताबिक सुनील पिछले दो सालों से मलेशिया में बैठकर अमन साहू के साथ मिलकर झारखंड में संगठित अपराध को चला रहा था. इतना ही नहीं, सुनील मीणा न सिर्फ झारखंड, बल्कि पूरे देश में लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम कर रहा था. उसने कई देशों में शरण लेने की कोशिश की, लेकिन अजरबैजान में उसे स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अंतरराष्ट्रीय अपराधी के रूप में उसकी पहचान होने के बाद भारतीय एजेंसियां लंबे समय से उसके प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही थी. इस बीच झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर के बाद पुलिस की उस पर कड़ी नजर है. आगे इस पूरे मामले में झारखंड एटीएस बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है. ताकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दूसरे संपर्कों का भी खत्मा करने की रणनीति पर काम किया जा सके.