पटना।
बिहार के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की विधानसभा सदयस्ता चली गई है। AK-47 मामले में कोर्ट से 10 साल की सजा मिलने के बाद विधानसभा सदस्य के रूप में अनंत सिंह की सदस्यता छिन गई है। गुरुवार को बिहार विधानसभा ने अधिसूचना जारी की है। वहीं अब विधानसभा में राजद के विधायकों की संख्या 79 हो गई है। हालांकि, राजद अभी भी बिहार की सबसे बड़ी पार्टी है।
दरअसल, 2019 में बिहार के मोकामा से बाहुबली विधायक अनंत सिंह के लदवां गांव स्थित पैतृक आवास से एके-47, 33 जिंदा कारतूस और दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए थे। इस मामले में कोर्ट ने उन्हें 10 साल की सजा सुनाई है।
11 घंटे तक चला था सर्च ऑपरेशन
बाढ जिले की तत्कालीन एएसपी लिपि सिंह ने दावा किया था कि उनके पास हथियारों की तस्करी की पुख्ता सूचना है। इसके बाद पुलिस ने अनंत सिंह के घर पर छापेमारी की थी। करीब 11 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद उनके पैतृक आवास से एके-47, जिंदा कारतूस और हैंड ग्रेनेड बरामद किए थे। जानकारी के मुताबिक, सुबह चार बजे पुलिस ने अनंत सिंह के आवास पर छापा मारा था।
दिल्ली में किया था सरेंडर
छापेमारी के बाद बिहार पुलिस ने अनंत सिंह के पैतृक आवास के केयरटेकर को गिरफ्तार कर लिया था। इसकी सूचना मिलते ही बाहुबली विधायक अनंत सिंह फरार हो गए थे। हालांकि, तीन से चार दिन बाद उन्होंने दिल्ली के साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। इसके बाद बिहार पुलिस उन्हें बाढ ले आई थी। वह 2019 से ही पुलिस की गिरफ्त में हैं।