- फॉरेन करेंसी असेट्स 81.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 518.339 अरब डॉलर पर पहुंच गया
- पहली बार 5 जून 2020 को समाप्त सप्ताह में देश का फॉरेक्स रिजर्व बढ़कर 500 अरब डॉलर के पार पहुंचा था
देश का फॉरेक्स रिजर्व फिर एक नए रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के शुक्रवार को जारी आंकड़े के मुताबिक 30 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में यह 18.3 करोड़ डॉलर की उछाल के साथ 560.715 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इससे पहले 23 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में यह 5.412 अरब डॉलर उछलकर 560.532 अरब डॉलर हो गया था। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक पहली बार 5 जून 2020 को समाप्त सप्ताह में देश का फॉरेक्स रिजर्व बढ़कर 500 अरब डॉलर के पार पहुंचा था।
विदेशी मुद्रा संपत्ति (फॉरेन करेंसी असेट्स) में उछाल के कारण फॉरेक्स रिजर्व में बढ़ोतरी हुई है। फॉरेन करेंसी असेट्स (FCA) 81.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 518.339 अरब डॉलर पर पहुंच गया। FCA को डॉलर में लिखा जाता है, लेकिन विदेशी मुद्रा संपत्तियों में मौजूद यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-डॉलर मुद्रा संपत्ति के वैल्यू में उतार-चढ़ाव का भी इस पर असर होता है।
गोल्ड रिजर्व का वैल्यू 60.1 करोड़ डॉलर घटा
गोल्ड रिजर्व का वैल्यू इस दौरान 60.1 करोड़ डॉलर घटकर 36.259 अरब डॉलर हो गया। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (आईएमएफ) में देश का स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDR) 60 लाख डॉलर घटकर 1.482 अरब डॉलर हो गया। आईएमएफ में देश का रिजर्व पोजिशन भी 2.5 करोड़ डॉलर घटकर 4.636 अरब डॉलर पर आ गया।
एक साल में 114.617 अरब डॉलर बढ़ा फॉरेक्स रिजर्व
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक गत एक साल में देश का फॉरेक्स रिजर्व 114.617 अरब डॉलर बढ़ा है। इसी तरह 31 मार्च 2020 के मुकाबले फॉरेक्स रिजर्व में 82.908 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। फॉरेन करेंसी असेट्स भी गत एक साल में 104.685 अरब डॉलर और 31 मार्च 2020 के बाद से 76.126 अरब डॉलर बढ़ा है।