जमशेदपुर।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के बुधवार को होने वाले चुनाव के बीच अचानक मंगलवार रात उस वक्त नया मोड़ आया, जब प्रधान पद के उम्मीदवार महेंद्र सिंह बोझा ने जीत के प्रबल दावेदार सरदार भगवान सिंह से हाथ मिला लिया. जैसे ही यह बात उनके समर्थकों को पता चली उनमें भूचाल मच गया. महेंद्र सिंह की कमेटी के महासचिव दलजीत सिंह ने इसकी पुष्टि की है. विश्वनीय सूत्रों से पता चला है कि महेंद्र सिंह ने कुछ खास शर्तों पर अपना समर्थन भगवान सिंह को दिया है, जिसके तहत पूर्व की तरह सीनियर मीत प्रधान का पद सम्मान के साथ बरकरार रहेगा. अचानक महेंद्र सिंह के पासा बदलने से भगवान सिंह का निर्विरोध प्रधान निर्वाचित होना तय हो गया है. आपको बता दें कि महेंद्र सिंह सीजीपीसी में गुरमुख सिंह मुखे की प्रधानगी काल में भी सीनियर मीत प्रधान थे. बिल्ला पर फायरिंग मामले में मुखे जब जेल में दिन काट रहे थे, तब महेंद्र सिंह एक्टिंग प्रेसिडेंट की भूमिका निभा चुके हैं. सीजीपीसी की चुनावी प्रक्रिया के शुरुआती काल से ही महेंद्र सिंह चुनाव लड़ने की बात पर अड़े हुए थे, जिन कारणों से समझौता पर कोई हल नहीं निकला था. इधर, अचानक पासा बदलने के बाद यह तय माना जा रहा है कि महेंद्र सिंह को उनकी हार दिख रही थी, क्यूंकि भगवान सिंह भी शुरू से मजबूत उम्मीदवार के रूप में उभरे हुए थे. इस नए समीकरण के बाद स्टेशन रोड गुरुद्वारा से बुधवार को होने वाले चुनाव के लिए समर्थन मांगने पहुंचे भगवान सिंह का वहां जोरदार अभिनंदन किया गया. उधर, महेंद्र सिंह के पैक होने, मिंदी का चुनाव बहिष्कार करने के बाद अब बुधवार को चुनावी प्रक्रिया नहीं होती दिख रही है, हालांकि चुनाव कमेटी को लिखित मिलता है तो भगवान सिंह के निर्विरोध जितने की घोषणा की जाएगी.