जमशेदपुर।
कोल्हान के सिखों की सिरमौर धार्मिक जनरल बार्डी सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान पद के चुनाव की घोषणा होने के बाद विवाद बढ़ गया है. उम्मीदवार हरमिंदर सिंह मिंदी ने चुनाव संचालन समिति पर गंभीर आरोप लगाते हुए बुधवार को होने वाले चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. चुनाव के निर्णय को लेकर मंत्री बन्ना गुप्ता से भी सिख समाज का एक बड़ा वर्ग नराज हो गया है. जिला प्रशासन को भी मिंदी ने आड़े हाथों लिया है. इस पूरे घटनाक्रम के बाद सिख राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है. तीसरे उम्मीदवार महेंद्र सिंह बोझा समाचार लिखे जाने तक किसी भी निर्णय में नहीं पहुंचे थे. वे असमंजस में पड़े हुए हैं कि बुधवार का चुनाव लड़ेंगे या नहीं. इसे लेकर वे अपने समर्थकों के साथ रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. बहरहाल, सीजीपीसी चुनाव संचालन समिति भी बुधवार को ही चुनाव कराने पर अड़ गई हैं. कमेटी के सदस्यों ने बताया कि अब कुछ नहीं होने वाला. जिसे लड़ना है चुनाव में आये, जिसे बहिष्कार करना है कि बहिष्कार करे, हर हाल में बुधवार को मतदान होगा.
211 मतदाता चुनेंगे अपना नया प्रधान, सीतारामडेरा गुरुद्वारा को भी मिला राइट्स
सीजीपीसी चुनाव संचालन समिति ने सोमवार को ही 11 जनवरी को चुनाव कराने की घोषणा कर दी थी. उसके बाद फिर चुनाव को लेकर ऊहापोह बन गई थी, जब एक खेमे ने डीसी व मंत्री के समक्ष विरोध जताया था. उम्मीद लगाई जा रही थी कि चुनाव फिर कुछ दिनों के लिए टल जायेगा, लेकिन मंगलवार को वैसा कुछ भी नहीं हुआ. बुधवार देर शाम एसडीओ ने पांच मेंबरी कमेटी के क्रमशः नरेंद्रपाल सिंह भाटिया, अमरजीत सिंह, गुरदयाल सिंह, दलजीत सिंह दल्ली व तारा सिंह गिल के साथ करीब पौने घंटे बैठक करते हुए यह साफ कर दिया कि बुधवार को ही चुनाव होगा. इस दौरान विरोध कर रहे खेमे को थोड़ी राहत जरुर दी गई. सीतारामडेरा गुरुद्वारा प्रधान पद के तीन उम्मीदवारों के साथ साथ मौजूदा प्रधान बलबीर सिंह की आठ वोटें जोड़ दी गई है. टिनप्लेट गुरुद्वारा को पूरी तरह से बाहर कर दिया गया है. इसी तरह ही सोनारी के दूसरे पक्ष से दो लोगों को लेते हुए मौजूदा कमेटी की आठ वोट जोड़ दी गई थी. अब, घोषणा के अनुसार पांच मेंबरी कमेटी ने चुनाव की सारी तैयारियों को मंगलवार रात तक अमलीजामा पहना दिया है. बुधवार की सुबह 10 बजे से अपराह्न तीन बजे तक सीजीपीसी के दफ्तर में मतदान होगा. तीन उम्मीदवार क्रमशः सरदार भगवान सिंह (उगता सूरज), हरमिंदर सिंह मिंदी (कलम) और महेंद्र सिंह बोझा (शेर छाप) के नाम के बैलेट छपवा लिये गए हैं. कुल 211 मतदाता अपने वोट का प्रयोग करेंगे, जिनमें कोल्हान के 33 गुरुद्वारों के अलावा सेंट्रल सिख नौजवान सभा, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा व अकाली दल मतदान में शामिल होंगे.
भगवान सिंह के समर्थक जीत के जश्न में डूबे
इधर, चुनाव की घोषणा होने के साथ ही चुनाव प्रसार में भगवान सिंह ने पूरी ताकत झोंक दी है. साकची इलाके में उनके बैनर पोस्टर पटे पड़े हैं. जिसमें विभिन्न गुरुद्वारों के प्रतिनिधि उन्हें समर्थन करते हुए साफ दिख रहे हैं. भगवान सिंह अकेले अकेले वोटरों से संपर्क कर रहे हैं. जीत के प्रति आश्वस्त भगवान सिंह के समर्थक जश्न में डूबे हुए हैं और उनकी जीत भी सुनिश्चित मानी जा रही है. क्योंकि उनका पलड़ा शुरु से ही भारी पड़ा हुआ है. मिंदी ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया है. अगर महेंद्र सिंह भी पीछे हट जाते हैं तो भगवान सिंह को ही चुनाव समिति प्रधान मान लेगी.
मुझे सेवा दें समाज का निश्चित कायाकल्प कर दूंगाः भगवान सिंह
सरदार भगवान सिंह ने कहा कि दूसरे उम्मीदवारों को चुनाव से डर लग रहा है. जिस तरह बार बार उठकर वे प्रशासन के पास पहुंच जा रहे थे, उससे लगता है कि वे चुनाव लड़ने के मूड में ही नहीं है. समाज को उनके द्वारा अंधेरे में रखा जा रहा है. उनकी कारगुजारियों से कभी समाज का भला नहीं हो सकता. मैंने बहुत अच्छा आफर साथ मिलकर समाज की सेवा करने का दिया था, जिसे अस्वीकार कर दिया गया. भगवान सिंह ने वोटरों से विनम्रता से वोटरों के समक्ष अपील की है कि उनका समर्थन करें. आने वाले दिनों में समाज का निश्चित ही कायाकल्प कर दूंगा. जितनी भी अब तक कौम की सेवा की है उससे बढ़कर कौम के लिए खड़ा रहूंगा. यह वादा करता हूं कि मेरी वजह से कौम का सिर कभी झूकेगा नहीं.
चुनाव समिति ने भगवान सिंह के हाथों बिककर संविधान की धज्जियां उड़ाई, न्यायलय की शरण लेंगेः मिंदी
सीजीपीसी चुनाव का बहिष्कार करते हुए उम्मीदवार सह रिफ्यूजी कॉलोनी गुरुद्वारा के प्रधान हरमिंदर सिंह मिंदी ने कहा कि चुनावी प्रक्रिया शुरु होने से ही चुनाव समिति ने पक्षपात किया. उम्मीदवार भगवान सिंह को लाभ पहुंचाती रही. उन्होंने कहा समिति पर बिक जाने का आरोप लगाया. मिंदी ने कहा कि चुनाव की घोषणा कर दी गई, जबकि प्रक्रिया के तहत बैलेट पेपर, वोटरलिस्ट में उनके हस्ताक्षर नहीं कराये गए. सीजीपीसी के संविधान की कमेटी ने धज्जियां उड़ा कर रख दी. अपनी बातों को उन्होंने समिति के साथ मंगलवार को मंत्री बन्ना गुप्ता, डीसी, एसडीओ के समक्ष रखा था. उन्होंने आश्वासन भी दिया था कि 10 दिन तक उन्हें मोहलत दी जाएगी, लेकिन उसके बाद राज्य के मंत्री व डीसी का अपनी बातों से मुकर जाना उनके गले से नहीं उतर रहा है कि आखिर किन परिस्थितियों में प्रशासन ने उनकी बातों पर गौर नहीं किया. उन्होंने साफ घोषणा की कि बुधवार के चुनाव का वे बहिष्कार करते हैं और इस मामले को लेकर वे न्यायलय की शरण में जाएंगे. रिफ्यूजी कॉलोनी गुरुद्वारा में चुनाव के बहिष्कार की घोषणा करते वक्त उनके साथ जेम्को के प्रधान जगदीश सिंह जग्गा, जुगसलाई गौरीशंकर गुरुद्वारा के गुरजिंदर सिंह पिंटू, टिनप्लेट के प्रधान तरसेम सिंह सेमे, हरविन्दर सिंह मंटू ,सीतारामडेरा के अविनाश सिंह, सेंट्रल नौजवान सभा के प्रधान सतबीर सिंह गोल्डू, रिफ्यूजी कॉलोनी की टीम ने उनका साथ दिया