जमशेदपुर।
सीजीपीसी चुनाव की घोषणा होते ही हंगामा शुरु हो गया है. चुनाव समिति के तीन मेंबरों पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए विरोध छिड़ गया है. इसे लेकर गुरुवार को चुनाव संचालन समिति के सदस्य एवं सोनारी गुरुद्वारा के प्रधान तारा सिंह गिल, उम्मीदवार महेंद्र सिंह बोझा ने एसडीओ से शिकायत करते हुए अपना विरोध प्रकट किया. उन्होंने शिकायत दी है कि सीजीपीसी द्वारा जो चुनाव कराया जा रहा है बिल्कुल गलत है, उनको इसमें शामिल भी नहीं किया गया और 3 मेंबरों ने किसी खास को सपोर्ट करते हुए सिंबॉल्स दे दिए. कहा गया कि जिस दिन मीटिंग हुई उसमें यह डिसाइड भी नहीं हुआ था कि इलेक्शन की तारीख 8 जनवरी होगी. उन्होंने अपनी मनमर्जी करते हुए 8 तारीख डिक्लेअर कर दी, जो कि पॉसिबल नहीं है. क्योंकि चुनाव में टाइम ही नहीं है. साथ ही साथ उन्होंने अपनी याचिका में भी दायर किया है कि सोनारी, सीतारामडेरा और टिनप्लेट गुरुद्वारा को वोट के अधिकार से वंचित किया गया है. यह बिल्कुल ही गलत है, क्योंकि उन लोगों ने सविधान के मुताबिक उन्होंने अपना चंदा दिया है और बराबर यह सेंट्रल कमेटी के एक्टिव मेंबर रहे हैं. ऐसे में इनका पूरा अधिकार है कि यह वोट दें. सेंट्रल कमेटी के संविधान में कहीं भी नहीं लिखा गया है कि किनको वोट देने का अधिकार है किनको वोट अधिकार देना नहीं है, जिस तरह से सोनारी, टिनप्लेट और सीतारामडेरा को उन्होंने अपना चंदा जमा किया. उनको वोट देने का पूरा अधिकार है. इसके साथ ही साथ महेंद्र सिंह और अन्य ने भी अपना एसडीओ साहब के साथ अपनी एप्लीकेशन दी है, जिसमें उन्होंने भी विरोध किया है. वह खुद अपने प्रधान पद के उम्मीदवार हैं. उन्होंने भी सिंबॉल्स के बाद कम से कम 15 दिन समय की मांग की है, ताकि वह अपना प्रचार प्रसार कर सकें और साथ ही साथ की बात सुनी और उन्होंने आश्वासन दिया कि इसके लिए मैं यथाशीघ्र उचित कार्रवाई करूंगा.