Chaibasa : पश्चिम सिंहभूम पुलिस ने पीएलएफआई के नाम पर लाखों करोड़ों की लेवी वसूली की योजना बना रहे छह युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसके पास से बन्दुक और जिन्दा कारतूस समेत नक्सली वर्दी बरामद की गयी है। जिल पुलिस इसे एक बड़ी कामयाबी मां रही है। क्योंकि पिछले कुछ दिनों से खनन बहुल ईलाके में लौह अयस्क कारोबार से जुड़े व्यवसायियों को पीएलएफआई लेटर हेड में खत भेजकर लाखों करोड़ों की लेवी की मांग की जा रही थी। इसमें से विपिन कुमार महाकुड को लेवी नहीं देने पर तो पिटाई कर घायल भी कर दिया गया था। घायल विपिन के बेटे ने गुवा थाना में मामला दर्ज किया था। जिसके बाद मामला पुलिस के संज्ञान में आया था।
हथियार के साथ पुलिस ने दबोचा
इस मामले में एसपी अजय लिंडा ने खुद नोवामुंडी जाकर मामले की तफ्तीश शुरू की जिसमें चार थानों की पुलिस और दो अनुमंडल पुलिस ने खूब छान बिन और छापामरी की। जिसके बाद पुलिस ने अपराध की योजना बनाते इन छह युवकों को धर दबोचा। पकड़ाए युवकों में दीपक गोस्वामी, चुन्नू दास, तापस दास, सोनू महापात्र, विनय कुमार दास और विकास कुमार सिंह शामिल हैं. इनके पास से दो देसी कट्टा, एक देसी पिस्टल, आठ जिन्दा कारतूस, एक मैगजीन, एक स्कूटी और एक मोटरसाइकिल बरामद किया है।
ओडिशा सीमावर्ती क्षेत्र से है गिरोह का सम्पर्क
जिला पुलिस कप्तान अजय लिंडा ने बताया है की यह कोई खास संगठन के लोग नहीं हैं बल्कि स्थानीय बदमाश हैं जो की एक ग्रुप बनाकर इस कांड को अंजाम देने की फिराक में थे। इनमें से एक का जरुर अपराधिक इतिहास है। पुलिस ने यह भी बताया है की इस गिरोह का ओडिशा सीमावर्ती क्षेत्र से भी सम्पर्क है। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है की ओडिशा के कैसे अपराध गिरोह का इन्हें संरक्षण तो नहीं है। गिरफ्तार युवकों ने जानकारी दी है की उनके द्वारा बड़ाजामदा के बालाजी पंज प्लांट में भी तोड़फोड़ और गार्ड के साथ लेवी वसूली के लिए मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया था। इसको लेकर 18 अप्रैल को बड़ा जामदा ओपी में मामला भी दर्ज किया गया था।