चाईबासा : पश्चिम सिंहभूम जिले के सिविल सर्जन ओमप्रकाश गुप्ता ने माना की चाईबासा सदर अस्पताल परिसर में बर्न यूनिट भवन है, लेकिन आजतक उस भवन में बर्न यूनिट को चालू नहीं कराया जा सका। सिविल सर्जन का कहना है की बर्न यूनिट में काम करने के लिए सरकार ने कोई चिकित्साकर्मी की पदस्थापना ही नहीं की और ना ही यूनिट के लिए जरुरी संसधन उपलब्ध करवाए जिसके कारण चाईबासा में बर्न यूनिट चालू नहीं कराया जा सका। जाहिर है सरकार की योजना में जनता का पैसा लगा लेकिन जनता को इसका लाभ नहीं मिला। मालामाल हो गए ठेकेदार और अधिकारी। इस बर्न यूनिट में लगे छह एसी को भी निकालकर दूसरी जगह स्तेमाल किया जा रहा है। गिरिराज सेना प्रमुख कमलदेव गिरी ने बर्न यूनिट योजना के राशी के दुरूपयोग की सम्भावना जताई है। जनता
का पैसा पानी की तरह बहा दिया गया, लेकिन इसका लाभ जनता को नहीं मिला। इस मामले में जो लोग दोषी हैं उनपर जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए। जिला मुख्यालय चाईबासा में जल्द से जल्द बर्न यूनिट बनाकर जिले की जनता को स्वास्थ्य सुविधा देनी चाहिए। रविवार को चक्रधरपुर और सोनुआ की दो नाबालिग बच्ची खाना बनाते हुए झुलस गयी थी और उन्हें चाईबासा सदर अस्पताल में जनरल वार्ड में रखकर ईलाज किया जा रहा था। जब मामले ने तूल पकड़ा तब कमलदेव गिरी ने बर्न यूनिट भवन में घुसकर व्यवस्था की पोल खोल दी थी।