चाईबासा : भले ही देश में कोरोना ने कोहराम मचा रखा है लेकिन चक्रधरपुर में कोरोना को मात देने वाली संजीवनी कहे जाने वाली कोरोनारोधी टीका लगाने के लिए कोई भी जागरूक नहीं दिख रहा है। चक्रधरपुर में कोरोनारोधी टीका लगवाने की रफ़्तार बहुत धीमी है । हालात ऐसे हैं की कई जगहों पर मेडिकल टीम टीका लगाने के लिए कैम्प लगाती है लेकिन शाम को खाली हाथ वापस लौट आती है । कोई भी शख्स कोरोनारोधी टीका लगवाने कैम्प तक नहीं पहुँच रहा है । टीका को लेकर भ्रामक खबर, अफवाहें और टीका लगवाने के बाद आ रही हल्की बुखार से लोग इतने डरे हुए हैं की टीका लगवाना ही नहीं चाहते । इसी वजह से खासकर ग्रामीण ईलाकों में कोरोना टीकाकरण अभियान की रफ़्तार मंद पड़ी हुई है । देश में कोरोना के मामलों ने रफ़्तार पकड़ ली है । हर जगह से कोरोना के मरीजों की पुष्टि हो रही है । हालात अब ऐसे हैं की रिकवरी रेट घटती जा रही है और मृत्युदर में अप्रत्याशित वृद्धि देखें जा रहें हैं। कोरोना के मरीजों को एडमिट होने के लिए
अस्पताल के बाहर घंटों लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ रहा है । इतना सबकुछ होने के बाद भी लोग कोरोनारोधी टीका लगवाने में पीछे हैं और अपना व अपने परिवार की जिंदगी खतरे में डाल रहे हैं । चक्रधरपुर प्रखंड के पंचायतों में 45 वर्ष से ऊपर के ग्रामीणों को टीका लगाने का अभियान चल रहा है । अभियान के तहत 45 हजार लोगों को कोरोनारोधी टीका लगाने का लक्ष्य है लेकिन दो महीने गुजरने को हैं अबतक मात्र 6470 लोग ही टीका लगवायें हैं इसी तरह चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र में भी 6500 लोगों ने कोरोना रोधी टीका लगवाया है । कुल मिलाकर सरकार की सारी व्यवस्था और मुफ्त टीका लगवाने का यह अभियान लोगों की अज्ञानता की भेंट चढ़ रहा है जो की खतरे की घंटी है । चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी डॉ आरएन सोरेन ने बताया की कोरोना टीका लोगों को कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी व महामारी से बचाने के लिए संजीवनी सिद्ध हुई है । इस टीका को लगवाने वाले ज्यादातर लोग अब स्वस्थ हैं, वे अगर कोरोना पोजिटिव भी पाए जा रहे हैं तो चंद दिनों में ठीक हो जा रहे हैं । ऐसे समय में स्थानीय जनप्रतिनिधि, स्वयं सेवी संस्था, मुंडा-मानकी सहित बुद्धिजीवियों को मिलकर सरकार और मेडिकल टीम का सहयोग करते हुए लोगों को कोरोनारोधी टीका लगवाने के लिए प्रेरित करना चाहिए । इस वक्त देश को अगर कोई कोरोना से मुक्ति दिला सकता है तो वह है कोरोना टीका । टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत करते हुए चक्रधरपुर में एक मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को कोरोना टिका लगाया जायेगा । इसके लिए चक्रधरपुर में विशेष तैयारी मेडिकल टीम के द्वारा की गयी है । चक्रधरपुर के पांच जगहों पर कैम्प लगाकर लोगों को कोरोना टिका लगवाया जायेगा । जिन जगहों पर यह कैम्प लगेगा उनमें चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल, रेलवे अस्पताल, कारमेल स्कूल, जवाहर लाल नेहरु कोलेज और शिवलाल हरिजन स्कूल शामिल हैं । चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल प्रशासन ने सभी 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को 1 मई से कोरोना रोधी टिका लगवाने की अपील की है और देश को स्वस्थ बनाने में स्वास्थ्यकर्मियों का साथ देने की विनम्रता पूर्वक मांग की है ।