चाईबासा : हटिया-राउरकेला पैसेंजर ट्रेन का इंजन बुधवार की रात कनारोंवा रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतरकर देव नदी की ओर लुढ़क गई। हालांकि ट्रेन की रफ्तार कम होने की वजह से ट्रेन की सात बोगियों में से एक भी बोगी पटरी से नहीं उतरी।झारखंड के सिमडेगा के पास बुधवार को एक बड़ा रेल हादसा टल गया। इसमें कुल 84 यात्री सवार थे। झारखंड में हटिया-राउरकेला पैसेंजर ट्रेन की इंजन बुधवार रात कनारोंवा रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतरकर देव नदी की ओर लुढ़क गई।
हालांकि ट्रेन की रफ्तार कम होने की वजह से ट्रेन के सात बोगियों में से एक भी बोगी पटरी से नहीं उतरी। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक यह घटना बुधवार रात 8.20 के करीब की है। रांची रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) नीरज अंबष्ट ने बताया कि यह दुर्घटना बानो रेलवे स्टेशन के ठीक बाद कनारोंवा रेलवे स्टेशन से हटिया-राउरकेला पैसेंजर ट्रेन के रवाना होते ही रात्रि आठ बजे कर बीस मिनट पर घटित हुई। घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है।
डीआरएम ने बताया कि ट्रेन की गति कम होने की वजह से इंजन के अलावा यात्री कोच पटरी से नहीं उतरे और यात्रियों को कोई नुकसान नहीं हुआ। यह ट्रेन रांची के हटिया स्टेशन से शाम को राउरकेला के लिए रवाना हुई थी।
ट्रेन का चालक भी दुर्घटना में बाल-बाल बच गया। डीआरएम अंबष्ट ने बताया कि दुर्घटनास्थल पर वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा गया है और दुर्घटना की जांच की जा रही है और सारे यात्री स्टेशन पर ही रूके हुए हैं। इस घटना के बाद इस ट्रेन की छह बोगियों और 84 यात्रियों को एक अन्य इंजन के साथ जोड़कर रवाना कर दिया गया।