चाईबासा : झारखंड के डीजीपी नीरज सिन्हा चाईबासा पहुंचे। यहां उन्होंने पश्चिमी सिंहभूम जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान और क्राइम की समीक्षा की। भविष्य की रणनीति को लेकर पुलिस और सीआरपीएफ के पदाधिकारियों के साथ उन्होंने चर्चा की। बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए डीजीपी नीरज सिन्हा ने कहा कि जो जवान नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में काम कर रहे हैं उन्हें क्या कठिनाइयां हो रही हैं, उसे जानने समझने की कोशिश की जा रही है। बेहतर तरीके से काम हो सके इसके लिए क्या सुधार किया जा सकता है इस पर भी मंथन किया गया। यहां जो पुलिस कैंप संचालित हो रहे हैं उनमें क्या सुधार करने की जरूरत है, इसे समझा जा रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में संचार सुविधा एक बड़ी चुनौती है। इसे बेहतर बनाने पर विचार हो रहा है।
हेलीकॉप्टर से पहुंचे टाटा कॉलेज
डीजीपी नीरज सिन्हा हेलीकॉप्टर से टाटा कॉलेज मैदान पहुंचे और वहां से समाहरणालय स्थित पुलिस सभागार पहुंचे। जहां पदाधिकारियों के साथ उन्होंने बैठक की। करीब 1 घंटे की बैठक में कई चीजों पर मंथन किया गया। डीजेपी के साथ एडीजी स्पेशल ब्रांच मुरारीलाल मीणा, आईजी ऑपरेशन एवी होमकर भी चाईबासा पहुंचे थे। बैठक में पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल, कोल्हान प्रमंडल के डीआईजी राजीव रंजन सिंह, पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा, सीआरपीएफ के आईजी, सीआरपीएफ के कमांडेंट डॉ. प्रेमचंद सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।