चाईबासा।
सरायकेला खरसावाँ जिले के चलियामा में सिंहभूम क्षत्रिय महासभा के केंद्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मलेन में बतौर मुख्य अतिथि श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ क्षत्रिय समाज का झंडोत्तलन कर किया गया। इसके बाद क्षत्रिय समाज के वीर राजाओं की तस्वीर पर माल्यार्पण कर पूर्वजों को सभी ने श्रद्धांजलि दी और नमन किया।
मंच पर वीर राजा अर्जुन सिंहदेव के परिवार वालों को मुख्य अतिथि सुखदेव सिंह गोगामेडी द्वारा सम्मानित किया गया। मौके पर समाज की एक पुस्तिका का विमोचन भी किया गया। वहीं कोल्हान स्तरीय समाज के संगठन के पदाधिकारियों की घोषणा कर सभी को सम्मानित किया गया। क्षत्रिय समाज के संस्कृति को दर्शाते हुए क्षत्रिय नृत्य पेश किया गया.
मंच पर मुख्य अतिथि के साथ करणी सेना के उपाध्यक्ष योगेन्द्र सिंह कटार, इचागढ़ के पूर्व विधायक अरविन्द सिंह, राजा आदित्य प्रताप भंजदेव, कुंवरानी जया सिंह जूदेव, अभय सिंह, प्रतुल नाथ शाहदेव आदि मौजूद थे. इस सम्मलेन में कोल्हान के तीनों जिले से तक़रीबन चार हजार की संख्या में क्षत्रिय समाज का महा जुटान हुआ. सम्मलेन में समाज के नेतृत्व कर्ताओं ने समाज को संगठित होने का संदेश दिया. समाज के द्वारा कहा गया की उनके इतिहास को आज तोड़ मरोड़कर पेश किया जा रहा है. उनके हक और अधिकार को छिना जा रहा है. अपने समाज की रक्षा के लिए सभी को एकजुट होकर आगे आना होगा.
मौके पर इचागढ़ के पूर्व विधायक ने कहा की आनेवाले समय में जमीन के लिए लड़ाई शुरू होने वाली है. इसलिए समाज के सभी लोग इस लड़ाई के लिए संगठित होकर तैयार रहे और अपनी जमीन की रक्षा करें. आपस में लड़ाई ना करें. उन्होंने कहा की संयुक्त परिवार में रहें, अलग ना रहें.
वहीं सम्मलेन में मुख्य अतिथि करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी ने अपनी ओजपूर्ण आवाज़ और चेतवानी भरे लहजे में कहा की सरकार ने जितनी भी जमीनें राजा अर्जुन सिंह की ली है. उसे जल्द से जल्द राजा अर्जुन सिंह के परिजनों को वापस सौंप दे. उन्होंने बिरसा मुंडा के नाम पर एयरपोर्ट के नामकरण पर भी आपत्ति जताई और कहा की बिरसा मुंडा राजा अर्जुन सिंहदेव के सिपहसलार थे तो फिर एयरपोर्ट का नाम किसके नाम से होना चाहिए थे. उन्होंने झारखण्ड में चल रहे 1932 के मामले को भी आड़े हाथों लिया और कहा की जो भारतीय है वही स्थानीय है.