चाईबासा।
देश आज़ादी की 75 वीं वर्षगाँठ मना रहा है। उसी के तहत देशभर में आज़ादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। केंद्र सरकार ने इस अवसर पर लोगों को हर घर तिरंगा अभियान के तहत घरों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराने की अपील की है। इस अपील का असर इतनी तेजी से लोगों में हुआ है कि तिरंगे की क्रय को लेकर अचानक से बाज़ार ने रफ़्तार पकड़ ली है।
कुछ यही हाल पश्चिम सिंहभूम जिले में भी देखने को मिल रही है। क्या शहर क्या गाँव, हर जगह तिरंगे की डिमांड बढ़ गयी है. जो पहले एक भी तिरंगा नहीं खरीदते थे वो आज दस-दस तिरंगा लेकर जा रहे हैं. लोग अपने-अपने घरों में तिरंगा तो लगा ही रहे हैं. साथ ही साथ छोटी दुकानों, प्रतिष्ठानों व कार्यालयों में भी तिरंगा लहराता हुआ नजर आ रहा है. कुछ लोग तो अपने मित्र सगे सम्बन्धियों को तिरंगे का उपहार भी देशभक्ति के प्रेम स्वरुप भेंट कर रहे हैं. सोशल मिडिया में भी तिरंगा झंडा फहरा कर खुद की तस्वीर सेल्फी पोस्ट करने की बाढ़ सी आ गयी है. यही वजह है कि बाज़ार में तिरंगे झंडे की मांग बढ़ गयी है जो पिछले सारे रिकॉर्ड को तोड़ रही है. आलम यह है कि मांग के अनुरूप तिरंगा झंडा भी बाजार के दुकानदारों को उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. कल तक जो दुकानदार मुश्किल से दस हजार तिरंगे झंडे बेचते थे. आज लाखों झंडे बेचने का रिकॉर्ड कायम कर रहे हैं. दुकानदारों को भी यह सब देख काफी अच्छा लग रहा है कि लोगों में देशभक्ति के प्रति एक नयी चेतना देखने को मिल रही है. पहले राष्ट्रीय त्यौहार एक औपचारिकता लगती थी लेकिन इस बार ऐसा लग रहा है कि यह देश का सबसे बड़ा त्यौहार है जिसमें बच्चे बूढ़े नौजवान, हिन्दू, मुस्लिम, सिख इसाई सभी कौम मिलकर आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. आज़ादी के 75 वीं वर्षगाँठ के उत्सव से हर कोई जुड़ना चाहता है, अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना चाहता है. सिर्फ तिरंगा ही नहीं बाज़ार में तिरंगा से सुसज्जित हर सामान बिक रहा है और लोग हाथों हाथ इसे खरीद रहे हैं. शहर, बाज़ार, मकान, दूकान, कार्यालय, सड़क मार्ग, रेल मार्ग सभी जगह तिरंगा से पटा हुआ नजर आ रहा है।