चाईबासा।
सेरसा स्टेडियम में खेले जा रहे इंटर डिपार्टमेंट क्रिकेट टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मैच में मैकेनिकल की टीम ने सुपर ओवर में चार रन से आरएसओ की टीम को पराजित कर फाइनल मैच में जगह बना लिया है। वहीं आरपीएफ की टीम ने इंजीनियरिंग विभाग को 12 रन से हरा कर फाइनल मैच में प्रवेश कर लिया। 3 जनवरी को मैकेनिकल विभाग बनाम आरपीएफ विभाग के बीच इंटर डिपार्टमेंट क्रिकेट टूर्नामेंट का फाइनल मैच खेला जाएगा।फाइनल मैच में मुख्य अतिथि के रूप में चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम अरूण जे राठौड मौजूद रहेंगे।
इससे पहले टूर्नामेंट का पहला सेमीफाइनल मैच मैकेनिकल बनाम आरएसओ के बीच खेला गया। टोस जीत कर आरएसओ की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निरधािरत 12 ओवर में 6 विकेट के नुकसान में 112 रन बनाया। आरएसओ के सुनील कुमार ने 32 रन और सुमीत ने 23 रन बनाया। जवाब में मैकेनिकल विभाग की टीम ने 12 ओवर में 112 रन बना कर मैच को बराबारी में लाकर खड़ा कर दिया। मैकेनिकल के डेविड सांगा ने 30 बोल में 63 रन बनाया। दोनों टीमों का स्कोर बराबरी में होने के कारण मैच का निर्णय सुपर ओवर से किया गया। सुपर ओवर में मैकेनिकल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एक ओवर में दस रन बनाया। मैकेनिकल की ओर से एनवी प्रकाश ने 7 रन और डेविड सांगा ने 3 रन बनाया।
जवाब में आरएसओ की टीम एक ओवर में 1 विकेट के नुकसान में केवल 5 रन ही बना सकी। इस प्रकार मैकेनिकल की टीम ने सुपर ओवर में 4 रन से आरएसओ को पराजित कर दिया। सेरसा के इतिहास में पहली बार क्रिकेट मैच का फैसला सुपर ओवर से किया गया। वहीं टूर्नामेंट का दूसरा सेमीफाइनल मैच में आरपीएफ ने टोस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए 90 रन का टारगेट इंजीनियरिंग की टीम को दिया। जवाब में इंजीनियरिंग की टीम 78 रन बना कर ओलआउट हो गई और आरपीएफ ने मैच 12 रन से जीत लिया।आरपीएफ इंस्पेक्टर टीपी सोरेन मैकेनिकल के डेविड सांगा को मेन आफ द मैच का पुरस्कार देकर सम्मानित किया।