Chaibasa : आदिवासी उरांव समाज संघ की ओर से रविवार को हड़बोड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। बता दें कि प्रत्येक वर्ष अगहन मास के पूर्णिमा के बाद पांचवी घड़ी में इस कार्यक्रम को आयोजित किया जाता है l जिले भर के समस्त उरांव समुदाय के लोग मसना स्थल ( श्मशान घाट ) कब्रिस्तान में एकत्रित हुए। सभी ने कब्र में अपने पूर्वजों के मृतात्माओं का आहवान कर उनकी आत्मा की शांति की कामना के लिए दो मिनट का मौन रखा। समाज में ऐसी मान्यता है कि हड़बोड़ा का कार्यक्रम कर अपने-अपने पूर्वजों के कब्र पर मृत रिश्तेदारों की आत्मा को शांति पहुंचाते है और उन मृत-आत्माओं से आशीर्वाद मांगते है।
खाने-पीने की थी व्यवस्था
कार्यक्रम में पंडाल व्यवस्था, माइक सेट, कुर्सी, टेबल एवं खीर की व्यवस्था समाज के कार्यकर्त्ता विक्रम लकड़ा ने की। खिचड़ी की व्यवस्था बान टोला अखाड़ा व समाज की महिलाओं के द्वारा वितरण किया गया l चाय-बिस्किट की व्यवस्था दुर्गा खलखो व चना,चाय व पानी की व्यवस्था धुमकुड़िया के द्वारा किया गया l झालमुड़ी की व्यवस्था पुलहातु के शोभा तिर्की व राजु कुजूर एवं तितरी तिर्की बान टोला के द्वारा चाय-बिस्कीट तथा यशपाल टोप्पो और गौतम टोप्पो पुलहातु के द्वारा गोलगप्पा की व्यवस्था की गई थी l
यह लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम को सफल बनाने में समाज के अध्यक्ष संचू तिर्की, सचिव अनिल लकड़ा, नगर परिषद चाईबासा के कार्यकारी अध्यक्ष डोमा मिंज, सहदेव किस्पोट्टा, बाबुलाल बरहा, लक्ष्मण बरहा, दुर्गा खलखो, लालू कुजूर, मंगल खलखो, भगवान दास तिर्की, रमेश कुजूर, संचू तिर्की, दिलीप बरहा, दुर्गा कुजूर, कृष्णा टोप्पो, संजय कच्छप, विश्वनाथ लकड़ा, छेदु मिंज, पन्नालाल कच्छप, राजु तिग्गा, गणेश कच्छप, शम्भू कच्छप, सुबीर लकड़ा, चन्दन कच्छप, वार्ड पार्षद श्रीमती लक्ष्मी कच्छप, निर्मला लकड़ा, लक्ष्मी खलखो, पार्वती कुजूर, शांति कुजूर,बासी लकड़ा, मालती लकड़ा, तीजो तिर्की, सुमित बरहा, पंकज खलखो, राजेन्द्र कच्छप, खुदिया कुजूर, सीताराम मुंडा, चमरू लकड़ा, शम्भू टोप्पो, के अलावा काफी संख्या में उरांव समुदाय के बच्चें-बच्चियां व बूढ़ा -बुजुर्ग उपस्थित थे।