चक्रधरपुर : पश्चिम सिंहभूम के डीसी अनन्य मित्तल ने सीओ बालकिशोर महतो पर विभागीय जांच बिठा दी है. यही नहीं उनके वेतन पर भी डीसी ने रोक लगा दी है. डीसी अनन्य मित्तल ने यह कार्रवाई जिला मुख्यालय के सभागार में हुई एक विशेष समीक्षात्मक बैठक के दौरान की है. डीसी अनन्य मित्तल ने कहा है की चक्रधरपुर के सीओ बालकिशोर महतो के द्वारा छह म्यूटेशन का कार्य पिछले 90 दिनों से रोक कर रखा गया था. जिसको लेकर उन्हें काफी शिकायतें मिल रही थी. जांच के बाद सीओ के वेतन पर रोक लगाते हुए उनके ऊपर विभागीय जांच बिठा दी गयी है. साथ ही साथ उनको कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है.
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मानवाधिकार आयोग से की गई थी शिकायत
सीओ पर डीसी की कार्रवाई यूं ही नहीं हुई है. दरअसल चक्रधरपुर के मानवाधिकार कार्यकर्ता बैरम खान ने सीओ के द्वारा आम जनता को रिश्वत के लिए परेशान करने की शिकायत मानवाधिकार आयोग को की थी. इस मामले को लेकर मानव अधिकार आयोग ने डीसी को जांच कर उचित कार्रवाई का निर्देश दिया था. जिसके बाद अब सीओ पर विभागीय कार्रवाई हुई है. बैरम खान का कहना है की आन जनता अपने हक और अधिकार के लड़ना शुरू कर दे तो उसके अधिकार को कोई नहीं छीन सकता है और ना ही कोई सरकारी अधिकारी या कर्मचारी आम इन्सान को सरकारी काम के लिए परेशान कर सकता है. सच के लिए लड़ना जरुरी है.
सीओ को हटाने के लिए मुखर हुई जनता
इधर डीसी के द्वारा सीओ के ऊपर कार्रवाई किये जाने के बाद सीओ बालकिशोर को लेकर आम जनता का गुस्सा अब सोशल मिडिया में देखने को मिल रहा है. लोगों का कहना है की सीओ साहब बिना घूस लिए काम ही नहीं करते थे, यही नहीं जनता के प्रति उनका आचरण भी बहुत खराब है. अब तो लोग उनको हटाने की मांग कर रहे हैं.