जमशेदपुर।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने चक्रधरपुर के हिंदूवादी युवा नेता एवं गिरिराज सेना के संरक्षक कमल देव गिरी की हत्या के मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. इस बाबत पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए कमल देव गिरी की हत्या की जांच केन्द्रीय अन्वेषन ब्यूरो (सीबीआई) से कराने तथा इस जघन्य हत्या में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से शामिल व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत कार्रवाई करने की मांग की है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में उन्होंने बताया कि युवा हिन्दूवादी नेता कमलदेव गिरि चक्रधरपुर के रहने वाले थे. वे अपने क्षेत्र में समाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यों में काफी रुचि लेते थे. चक्रधरपुर, पश्चिमी सिंहभूम के सभी लोगों का जुड़ाव इनसे रहा है. बेहद कम समय में क्षेत्र में बढ़ती उनकी लोकप्रियता एक समुदाय को बर्दाश्त नहीं हो रही थी. वे लोग उन्हें अपने अवैध एवं असंवैधानिक गतिविधियों के मार्ग में रोड़ा समझते थे. उन्हें रास्ते से हटाने के लिए बीते 12 दिसंबर की शाम बोतल बम मारकर हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड के बाद पूरे चक्रधरपुर समेत आस-पास के जिलों में काफी आक्रोश उत्पन्न हो गया. राज्य के उभरते नेता की सरेआम हत्या से लोग काफी दुःखी है. कमलदेव गिरी की हत्या के विरोध में 15 दिसंबर को चक्रधरपुर बंद का व्यापक रूप से असर रहा. उनकी हत्या करने वालों के द्वारा चक्रधरपुर में डर का माहौल कायम किया जा रहा है. पुलिस उनकी हत्या में शामिल अपराधियों को अब तक चिन्हित कर गिरफ्तार करने में नाकाम रही है. उन्होंने कमलदेव गिरी की निर्मम हत्या को राजनीतिक हत्या बताते हुए लिखा कि इसमें संलिप्त व्यक्तियों की पहचान केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) द्वारा कराने की आवश्यकता है, ताकि इस हत्याकांड को अंजाम देनेवाले व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें कड़ी सजा दिलाई जा सके. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड की हेमंत सरकार को भी आड़े हाथों लेते हुए अपराधियों को संरक्षण देने की बात कही है. ऐसे में मामले के बगैर सीबीआई जांच के कमलेदव गिरी के परिजनों और समर्थकों को न्याय मिलता नहीं दिख रहा है.