चक्रधरपुर : केन्द्रीय विद्यालय चक्रधरपुर की ओर से जी – 20 फोर्थ एजुकेशनल वर्किंग ग्रुप मीटिंग के तहत पश्चिम सिंहभूम जिले के शिक्षकों को जी 20, एनईपी 2020 और मूलभूत साक्षरता एवं अंकज्ञान के बारे में जागरूक करने को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. चक्रधरपुर के रेलवे महात्मा गांधी सभागार में आयोजित इस कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि दक्षिण-पूर्व रेलवे, चक्रधरपुर मंडल के एपीओ मोहम्मद इबरार मौजूद थे. वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका संध्या प्रधान, मुख्यमंत्री के हाथों विशेष सम्मान प्राप्त शिक्षक तरुण कुमार सिंह, जेएलएन कॉलेज चक्रधरपुर के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर नागेश्वर प्रधान, पूर्व सैनिक एवं सेना मेडल धारी गुरुचरण चौड़ा और समाजसेवी विनोद भगेरिया उपस्थित थे. कार्यशाला का उद्घाटन मुख्य अतिथि एपीओ मोहम्मद इबरार सहित विशिष्ट अतिथिगण और आयोजक केन्द्रीय विद्यालय चक्रधरपुर प्रभारी प्राचार्या मनोरंजनी तिग्गा ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस कार्यशाला में जिले के सरकारी, राजकीय सहायता प्राप्त एवं निजी विद्यालय के 140 शिक्षकों ने भाग लिया.
शिक्षकों के साथ की गई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा
इस दौरान बताया गया कि दुनियाभर में मूलभूत साक्षरता के स्तर में भारी असमानता के कारण मूलभूत और समग्र शिक्षा के लक्ष्य में रुकावट आई है और कोरोना महामारी तथा वैश्विक आर्थिक सुस्ती की वजह से इसमें और अधिक गिरावट देखने को मिली है. वर्तमान में G-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है. यही वजह है कि इस चुनौती से सामना करने के लिए इस तरह के कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. कार्यशाला में कक्षा-3 तक के बच्चों में लिखना-पढ़ना और अंकों के ज्ञान का समावेश कैसे हो सकता है, इसे लेकर चर्चा की गयी और कई महत्वपूर्ण जानकारियां शिक्षकों से साझा की गयी.
इनकी रही सक्रिय भागीदारी
इस कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन की भूमिका में रानो मरांडी, दीपक कुमार, नीलमणी प्रधान, श्यामला भूई और तरुण कुमार सिंह थे. मंच संचालन केन्द्रीय विद्यालय के शिक्षक नीलमणी प्रधान और श्यामला भूई ने किया. वहीं, कार्यशाला को सफल बनाने में आयोजक केन्द्रीय विद्यालय की प्रभारी प्राचार्या मनोरंजनी तिग्गा, पापिया बनर्जी, कुंदन कुमार, नीतेश कुमार सिंह, श्रद्धा जयसवाल और हस्ती मुखी की सक्रिय भागीदारी रही.
इसे भी पढ़ें-Jamshedpur : पॉजिटिव इंपैक्ट रेटिंग में एक्सएलआरआइ बना टॉप बिजनेस स्कूल