चक्रधरपुर: चक्रधरपुर रेल मंडल एक तरफ जहाँ लोडिंग से अरबों कमा रही है वहीं दूसरी तरफ घटिया निर्माण कार्य कर ठेकेदार और कुछ रेल अधिकारी सरकारी पैसों का दोहन कर रहे हैं. इसका जीता जागता सबूत है डोंगवापोशी स्टेशन के पार्किंग में लगाया गया पेवर्स ब्लॉक. शुक्रवार की रात हुई दो घंटे की मुसलाधार बारिश ने निर्माण कार्य की पोल खोल कर रख दी है. स्टेशन के पार्किंग में लगाये गए पेवर्स ब्लॉक उखड़कर बाहर आ गए हैं. फर्श भी पूरी तरह से जगह जगह धंस चुका है.एक ही बारिश में रेलवे इंजिनियर की कार्य कुशलता की हकीकत को खोल कर रख दिया है. मालूम रहे की पिछले 16 जनवरी को रेल जीएम के दौरे से पहले आनन फानन में डोंगवापोशी स्टेशन का सौन्दर्यीकरण किया गया था. स्टेशन में लाखों खर्च कर बड़े पैमाने पर पेवर्स क्लॉक और टाइल्स लगाये गए थे. जीएम अर्चना जोशी को निरीक्षण के दौरान यह सबकुछ काफी सुन्दर दिखा होगा. लेकिन हकीकत अब जाकर पहली बारिश में खुलकर सामने आई है. डोंगवापोशी स्टेशनके पार्किंग में पेवर्स ब्लाक उखड़ने की घटना पुरे रेल मंडल में चर्चा का विषय बनी हुई है. आम रेल यात्री भी इसको लेकर रेल मंडल के इंजीनियरों की खिल्ली उड़ा रहे हैं. लोगों का कहना है की रेलवे के निर्माण कार्य में जमकर भ्रष्टाचार हावी है. निर्माण कार्य में गुणवत्ता का बिलकुल भी ख्याल नहीं रखा जा रहा है.रेल अधिकारी और ठेकेदार आपसी सामंजस्य बनाकर घटिया निर्माण कार्य को बढ़ावा दे रहे हैं और योजना की बड़ी राशी का बंदरबांट कर रहे हैं. इसका खामियाजा आम जनता और रेल यात्री को भुगतना पड़ रहा है. उन्हें जो अच्छी सुविधाएँ मिलने वाली थी वो सुवि धा घटिया निर्माण की भेंट चढ़ गयी. अब सुविधा मुसीबत बनकर रेल यात्री को परेशान कर रही है.