चक्रधरपुर : भारत से सटे देश चीन में एक बार फिर से कोरोना ने कोहराम मचा रखा है. इसे लेकर भारत समेत अन्य देश भी सतर्क हो गये हैं. हर ओर मेडिकल सेवाओं को दुरुस्त किया जा रहा है, लेकिन चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल में डीएमएफटी फंड से 85 लाख रूपए खर्च कर 2021 में बनाया गया ऑक्सीजन प्लांट अब भी बेकार साबित हो रहा है. इसकी वजह ऑक्सीजन प्लांट के पाइप लाइन में लीकेज बतायी जा रही है. इसके अलावा जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्लांट में अब तक टेक्निकल ऑपरेटर की व्यवस्था भी नहीं की जा सकी है. इस प्लांट को बनाने की जिम्मेदारी हजारीबाग के मेसर्स हरी ओम इंफ्रास्ट्रक्चर को दी गई थी, लेकिन अस्पातल के ऑक्सीजन प्लांट की शुरू से ही खास्ता रही है. इसका खामियाजा सीधे तौर पर आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है. उनका कहना है कि एक ओर कोरोना से निपटने की माकूल तैयारी करने का दावा कर रही है, दूसरी ओर जमीनी हकीकत यह है कि आपात स्थिति में अनुमंडल अस्पताल में कोरोना मरीज को ऑक्सीजन प्लांट से प्राण वायु मिलने तक की भी गारंटी नहीं है. इसे लेकर सरकार के स्वास्थ्य विभाग के रवैये पर भी सवाल खड़े किये जा रहे हैं.