चक्रधरपुर ।
गिरिराज सेना के प्रमुख कमलदेव गिरी की हत्या के मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर मंगलवार को चक्रधरपुर पूरी तरह से बंद रहा. इस दौरान शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. कमलदेव गिरी हत्याकांड की सीबाआई जांच कराने के अलावा मामले में पकड़े गए आरोपियों का नार्को और पोलिग्राफी टेस्ट कराने की मांग को लेकर भी इस बंद का आह्वान किया गया था. इस दौरान किसी तरह की कोई अप्रिय घटना नहीं घटे, इसे लेकर पूरे चक्रधरपुर में पुलिस प्रशासन की टीम जगह-जगह मुस्तैद दिखी.
शहरवासियो ने स्वेच्छा से दुकानें व प्रतिष्ठान बंद किए
चक्रधरपुर बंदी की पूर्व संध्या पर कमलदेव गिरी के परिजनों और समर्थकों ने स्वेच्छा से लोगों को दुकान एवं प्रतिष्ठा ने बंद करने आह्वान किया था. इसे ध्यान में रखते हुए शहरवासियों ने स्वतः अपने दुकान और प्रतिष्ठान बंद रखे और मामले की सीबीआई जांच व पकड़े गये आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने की मांग का समर्थन किया. इस दौरान चक्रधरपुर के बड़ा बाजार और इतवारी बाजार के अलावा सभी चौक-चौराहों और गली-मोहल्लों तक की दूकानें बंद रही. वहीं, सडकों पर चहल-पहल भी कम रही. शहर के मेडिकल स्टोर और पेट्रोल पंपों को इस बंद से अलग रखा गया था. बंद के दौरान शहर से लंबी दूरी की बसें चली, लेकिन शहर की सड़कों पर छोटे वाहन भी इक्के-दुक्के ही नजर आए.
12 नवंबर को बम मारकर हुई थी हत्या
मालूम हो कि बीते 12 नवंबर को गिरिराज सेना प्रमुख कमल देव गिरी की अपराधियों ने चक्रधरपुर के भारत भवन के समीप बम मारकर हत्या कर दी थी. हत्या के बाद पुलिस प्रशासन ने मुख्य आरोपी सतीश प्रधान समेत 9 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई से कमलदेव गिरी के परिजन और समर्थक संतुष्ट नहीं है. वे लगातार मामले की सीबीआई जांच और पकड़े गये आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने आशंका जताई है कि कमलदेव गिरी की हत्या में बड़े लोग शामिल हैं. जिन्हें बचाने में पुलिस लगी हुई है और सिर्फ छोटे पियादों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.