दिल्ली : भारत से चांद पर उतरने के लिये गया चंद्रयान- 3 वर्तमान में चांद के हाईवे पर घूम रहा है. एक अगस्त की आधी रात को इसे ट्रांस लूनर ट्रैजेक्टरी पर डाला गया है. चंद्रयान- 3 की बात करें तो 5 अगस्त तक हाईवे पर ही रहेगा. उस दिन उसे चंद्रमा के पहले आर्बिट में डाला जाएगा. 23 अगस्त को चंद्रयान- 3 लैंडिंग करेगा.
इसरो के अनुसार चंद्रयान- 3 वर्तमान में 39,520 किलोमीटर की रफ्तार से चल रहा है. चांद की सतह की तरफ जा रहा है. इसरो के वैज्ञानिकों का कहना है कि अब इसकी गति को बराबर धीमी करने का काम किया जाएगा.
चंद्रमा की ग्रैविटी पृथ्वी की ग्रैविटी से है 6 गुना कम
चंद्रमा की ग्रैविटी की बात करें तो पृथ्वी से इसकी ग्रैविटी 6 गुना तक कम है. इस कारण से ही चंद्रयान- 3 को कम गति से चलानी पड़ेगी. कम गति से चलने पर ही चंद्रमा के आर्बिट को पकड़ सकेगा. इसके बाद धीरे-धीरे दक्षिणी घ्रुव पर लैंड करेगा.
पोपल्शन मॉड्यूल का घुमाया जाएगा मुंह
वर्तमान में चंद्रयान- 3 के इंटिग्रेटेड मॉड्यूल का मुंह चांद की ओर है. जल्द ही इसे घुमाया जाएगा. जिस दिशा में चंद्रयान- 3 घुम रहा है उसे ठीक विपरीत दिशा में घुमाने को डीबूस्टिंग कहा जाता है. इसके लिये गति को काफी कम करना होगा.
1696.36 किलोग्राम फ्यूल में 500-600 किलोग्राम हो चुका है खर्च
चंद्रयान- 3 जब चला था तब उसमें 1696.36 किलोग्राम फ्यूल भरा गया था. अब 500 से 600 किलोग्राम फ्यूल खर्च हो चुका है. अब 1100 से 1200 किलोग्राम ही फ्यूल बचा हुआ है.