चक्रधरपुर : साउथ ईस्टर्न रेलवे स्पोर्ट्स एसोसिएशन (सेरसा) की ओर से संचालित जिम्नास्टिक प्रशिक्षण केंद्र के बच्चे इन दिनों बेहतर प्रदर्शन कर खूब मेडल और पुरस्कार जीतकर अपने क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं. पिछले दिनों रांची में झारखंड जिम्नास्टिक एसोसिएशन की ओर से आयोजित राज्य स्तरीय जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में चक्रधरपुर जिम्नास्टिक प्रशिक्षण केंद्र के चार छोटे छोटे बच्चों ने पांच मेडल जीतकर अपना लोहा मनवाया है.
खेल प्रतीक्षा का बेहतर प्रदर्शन
जिन बच्चों ने मैडल जीता है उनमें कोमल पोखरेल ने बीम बैलेंसिंग में सिल्वर मेडल और फ्लोर एक्सरसाइज में ब्रोंस मेडल जीता है. आरोही ने फ्लोर एक्सरसाइज में गोल्ड मेडल, वेड ठाकुर ने फ्लोर एक्सरसाइज सिल्वर मेडल और अल्फ़ा मिस्टी ने फ्लोर एक्सरसाइज में ब्रोंज मेडल जीता है. इसके अलावे जेशिनता बानरा, आलिया प्रसाद, श्रेया दास, धियांशी सामड, इतिश्री प्रधान, हर्षित यादव, अर्नव डे ने भी प्रतियोगिता में अपने जिम्नास्टिक खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया. वापस लौटने पर विजेता बने सभी छोटे छोटे बच्चों को जिम्नास्टिक में बेहतर प्रदर्शन और मेडल जीतने की बधाई देते हुए सेरसा के महासचिव तेज नारायण प्रताप ने स्वागत किया. उन्हें भविष्य में और बेहतर कर मेडल जीतने का आशीर्वाद दिया और सभी को सम्मानित किया.
बच्चों में है जिम्नास्टिक खेलने की ललक
सेरसा जिम्नास्टिक प्रशिक्षण केंद्र के कोच जितेन्द्र कुमार ने बताया की पूरे झारखंड में जिम्नास्टिक प्रशिक्षण को लेकर कोई खास व्यवस्था नहीं है. केवल चक्रधरपुर में रेलवे के द्वारा बेहतर संसाधन के साथ बच्चों को जिम्नास्टिक प्रशिक्षण देने के लिए बेहतर व्यवस्था की गयी है. कोच जीतेन्द्र कुमार ने बताया की चक्रधरपुर के बच्चों में जिम्नास्टिक खेलने की ललक के साथ साथ उनके अन्दर काफी प्रतिभा छुपी हुई है. उनके जिम्नास्टिक खेल कौशल को बढ़ाया जाए तो यहाँ के बच्चे राष्ट्रिय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलकर मैडल जीत सकते हैं. उनकी कोशिश है की वे बच्चों को बेहतर प्रशिक्षण देकर उन्हें जिम्नास्टिक के शिखर तक पहुंचाएं. वे जब काम करके जिम्नास्टिक केंद्र पहुँचते और बच्चों को प्रशिक्षण देते हैं तो उनकी थकान मिट जाती है. उन्होंने बताया की जिम्नास्टिक के प्रशिक्षण में उन्हें सेरसा और रेल मंडल के अधिकारियों का पूरा सहयोग मिल रहा है.
रेलवे कर रही प्रोत्साहित
इधर बच्चों ने भी बताया की उनके कोच जितेन्द्र कुमार काफी अनुभवी और उन्हें बड़े प्यार से जिम्नास्टिक के गुर सिखाते हैं. यही वजह है कि महीने भर भी प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले बच्चे जिम्नास्टिक में मेडल जीत रहे हैं. बच्चों ने बताया की आज कई सारे खेल हैं लेकिन उनके लिए जिम्नास्टिक सबसे प्यारा खेल बन चुका है. सेरसा के महासचिव तेज नारायण प्रसाद ने बताया की जब जिम्नास्टिक सेरसा के द्वारा शुरू किया गया तो लगा नहीं था की बच्चों में यह खेल इतना लोकप्रिय हो जायेगा. अब बच्चों का बढ़ता रुझान और इस खेल से आ रहे सकारात्मक रिजल्ट को देखते हुए इसे बढाने और जिम्नास्टिक केंद्र को विकसित करने पर विचार किया जा रहा है. आनेवाले दिनों में जिम्नास्टिक केंद्र में भारी बदलाव भी देखने को मिलेगा.