जमशेदपुर।
बागबेड़ा में 7 दिसंबर 2021 को चापड़ से हमला कर की गयी सूरज कुमार की हत्या के मामले में परिवार के लोग मंगलवार को जमशेदपुर में सीएम हेमंत सोरेन से मिले और कहा कि आखिर हत्याकांड में मुख्य साजिशकर्ता राहुल प्रसाद पर बागबेड़ा थाना के एसआइ सह आइओ हर्षवर्धन सिंह और थानेदार केके झा क्यों मेहरबान हैं. सूरज के पिता विजय कुमार ने सीएम से कहा कि इस कड़ी को छोड़कर पुलिस केस को कमजोर कर रही है. इस मामले में आइओ और थानेदार से भेंट करने पर वे बरगलाकर वापस भेज देते हैं. उनकी एक नहीं सुनते हैं. उन्होंने मामले की सीआइडी जांच की भी मांग की है.
राहुल प्रसाद बागबेड़ा थाना क्षेत्र के हरहरगुट्टू इलाके का ही रहने वाला है. वह पुलिस का मुखबिर तो नहीं है, लेकिन उसकी पैठ पुलिस तक अच्छी है. बीच में जमीन का कारोबार भी कर रहा था. उसने दो माह पहले ही शादी की है. घटना के बाद से लेकर अब तक वह सुरज के घर पर एक बार भी परिवार के लोगों से मिलने के लिये नहीं गया है. यह आरोप सूरज के पिता विजय कुमार ने ही लगाया है. उसने अपने फेसबुक पर बागबेड़ा थाना प्रभारी केके झा से लेकर एसएसपी तक को फूल का गुलदस्ता देते हुये अपना फोटो शेयर किया है.
केस का अनुसंधान सही तरीके से नहीं करने का लगाया आरोप
पिता विजय कुमार का कहना है कि बागबेड़ा थाना प्रभारी केके झा और आइओ हर्षवर्धन सिंह केस का सही तरीके से अनुसंधान नहीं कर रहे हैं. घटना का मुख्य साजिशकर्ता राहुल प्रसाद और घटना की सूचना पुलिस को देने वाले राजन शर्मा का अब तक बयान नहीं लिया गया है. घटना का प्रत्यक्षदर्शी पिता विजय कुमार का भी बयान नहीं लिया गया है. मामले में पुलिस ने सिर्फ सोनू सिंह, गोलु शर्मा, रजनीश सिंह और अंकुर भगत को ही गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
पिता का आरोप है कि सूरज की हत्या के मामले में उसकी विधवा पत्नी सपना देवी और सूरज की माता प्रमिला देवी तक का बयान बागबेड़ा पुलिस की ओर से नहीं लिया गया है. इसके अलावा भी अन्य दो लोगों का बयान पुलिस की ओर से नहीं लिया गया है. घटना के संबंध में झारखंड के सीएम को 28 सितंबर 2022 को और 18 जनवरी 2023 को भी ज्ञापन सौंपा गया था.
इधर सीएम हेमंत सोरेन से जब परिवार के लोग मिले और पूरी घटना की जानकारी दी तब सीएम ने कहा कि चंद मिनटों में समस्या का समाधान नहीं होगा. इसलिये 8 से 10 फरवरी के बीच परिवार के लोगों को रांची में आकर मिलने के लिये कहा.