जमशेदपुर : केंद्र सरकार की नई श्रम नीतियों के खिलाफ केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और विभिन्न बैंकों के कर्मचारी गुरुवार को हड़ताल पर रहे। इस हड़ताल में दस केंद्रीय ट्रेड यूनियन और बैंक कर्मचारी संघ शामिल हैं। इससे बैंकों, कुछ सरकारी सेवाओं, वित्तीय सेवाओं, स्टील कारखानों आदि के कामकाज बाधित हुए। इधर, सुबह से ही बैंककर्मी और मजदूर संगठन शहर के अलग-अलग स्थानों पर प्रदर्शन करते दिखे। साकची आमबगान में जहाँ ऑल इंडिया युटीयुसी और ऑल इंडिया डीएसओ ने प्रदर्शन किया तो वहीं, बिष्टुपुर में स्थित बैंको व इंश्योरेंस के कर्मचारियों ने अपने-अ[ने कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
बिष्टुपुर में प्रदर्शन करते इंश्योरेंस एम्प्लोई एसोसिएशन के सदस्य
गौरतलब है कि आज किसान संगठनों ने भी केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में किसान भारत बंद का आह्वान किया है। इस हड़ताल में देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक के कर्मचारी शामिल नहीं हैं। इसलिए करोड़ों ग्राहकों के लिए काफी राहत की बातहै। इसके अलावा इंडियन ओवरसीज बैंक के कर्मचारी भी इस हड़ताल में शामिल नहीं हैं। AIBEA भारतीय स्टेट बैंक और इंडियन ओवरसीज बैंक के कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व नहीं करता, इनकी अलग यूनियन हैं।
दस केंद्रीय ट्रेड यूनियन और अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ शामिल
हड़ताल में दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ‘इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक), हिंद मजदूर सभा (एचएमएस), सेंटर फार इंडियान ट्रेड यूनियंस (सीटू), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (एआईयूटीयूसी), ट्रेड यूनियन को-ऑर्डिनेशन सेंटर (टीयूसीसी), सेल्फ-एम्प्लॉइड वुमेन्स एसोसिएशन (सेवा), ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस (एआईसीसीटीयू), लेबर प्रोग्रेसिव फेडरेशन (एलपीएफ) और यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (यूटीयूसी) शामिल हो रहे हैं। इसमें कई सार्वजनिक कंपनियों के यूनियन भी शामिल रहे। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने भी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल में शामिल होने की घोषणा पूर्व में ही कर दी थी।