जमशेदपुर : बाग-ए जमशेद के पास 4 अक्टूबर 2008 को जयराम सिंह की गोली मारकर हुई हत्या में एडीजे वन संजय कुमार उपाध्याय की अदालत ने बुधवार को मामले की सुनवायी करते हुये आरोपी गैंगस्टर अखिलश सिंह और अखिलेश के गुरु विक्रम शर्मा को बरी कर दिया है. मामले में विक्रम की कोर्ट में सशरीर उपस्थित हुआ था जबकि अखिलेश सिंह फिलहाल दुमका जेल में बंद है. इसके पहले 17 मई को बहस पूरी हुई थी. कोर्ट ने मामले में फैसला सुरक्षित रखा था. मामले में कुल 16 लोगों की गवाही हुई थी.
जयराम सिंह टाटा स्टील के सुरक्षा अधिकारी थे. घटना के दिन वे बाग-ए-जमशेद वाले रास्ते से टहलने के बाद अपनी बच्ची के साथ घर की तरफ लौट रहे थे. इस बीच ही उन्हें गोली मारी गयी थी. घटना के बाद अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था, लेकिन जांच के बाद अनुसंधानकर्ता की ओर से अखिलेश सिंह, विक्रम शर्मा, मनोरंजन सिंह, बंटी जायसवाल और गौतम के खिलाफ हत्या का मामला बताते हुये सभी का नाम सामने लाया गया था. मामले में बंटी और मनोरंजन को सजा सुनायी गयी थी. इसके बाद बंटी को हाईकोर्ट ने बरी कर दिया था. गौतम की पहले ही मौत हो गयी थी. आरोपी मनोरंजन को हाईकोर्ट ने नाबालिग बताया था.