Ranchi : रिम्स के डाक्टरों ने एक और नई तकनीक से सफल सर्जरी कर एक मरीज की जिंदगी बचा ली। दरअसल रिम्स के सीटीवीएस विभाग ने जटिल आपरेशन को अंजाम दिया और शरीर में फंसी गोली को निकाला। सर्जरी इतनी जटिल थी कि डॉक्टरों को पता भी नहीं था कि गोली कहां फंसी है। इसे निकालने के लिए चिकित्सकों ने नई तकनीक मेनीसिस्टॉमी का इस्तेमाल कर छाती को खोल कर सर्जरी का काम पूरा किया। अब मरीज खतरे से बाहर है। सीटीवीएस विभाग के एसोसिएट प्रो. डॉ. राकेश चौधरी ने बताया कि बोकारो के मरीज रंजीत सिंह को गोली लगने के बाद यह हाथ से जाकर छाती से होते हुए दिल-फेफड़े के बीच खून की नली में फंसी थी। पांच दिन पूर्व रंजीत घर के बाहर मॉर्निंग वॉक पर निकला था। इस बीच अपराधियों ने उसे दो गोली मार दी। एक गोली दाएं हाथ से आरपार होकर निकल गई। दूसरी गोली दाएं हाथ से ही घुसने के बाद छाती की हड्डी से टकराकर वापस दिल-फेफड़े की हड्डी से जाकर खून की नली में फंस गई। इसके बाद मरीज को रिम्स लाया गया। विभाग के हेड डॉ. विनीत महाजन के नेतृत्व में सर्जरी की गई। अभी उसे ऑब्जर्वेशन में रखा गया है।